मधेपुरा . अनुपलाल यादव कॉलेज का आंतरिक मामला अब विश्वविद्यालय पहुंच गया है. छात्र संगठन आइसा के सुपौल जिलाध्यक्ष संतोष कुमार ने कुलपति को आवेदन देकर मामले पर संज्ञान लेने की मांग की है. जिलाध्यक्ष ने आवेदन में कहा है कि अनुपलाल यादव कॉलेज सुपौल जिला अंतर्गत एक मात्र नैक से मान्यता प्राप्त कॉलेज है, जो गत वर्षों में विश्वविद्यालय के निदेश व सहयोग से उत्कृष्ठ संबद्ध महाविद्यालय का दर्जा प्राप्त किया है. उन्होंने कुलपति से कहा कि उनके कार्यकाल में यह महाविद्यालय नयी शिक्षा नीति के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक गतिविधि को स्थापित करने का श्रेय प्राप्त किया है. इस कड़ी में कई राष्ट्रीय सेमिनार आदि आयोजन के साथ रोजगारपरक तकनीकी पाठ्याक्रम भी प्रारंभ हुए. कहा कि तत्कालीन प्रधानाचार्य की सेवानिवृति के बाद महाविद्यालय शासी निकाय के सचिव कपलेश्वर प्रसाद यादव द्वारा अपने पुराने रवैये की पुनः प्रभावी करने की साजिश रचकर महाविद्यालय प्रबंधन पर हावी होता चाह रहे है. ताकि अपनी मनमानी व महाविद्यालय का दोहन कर सके. उन्होंने कहा कि सचिव को कोर्ट द्वारा सजा मिली हुई है. वे जमानत पर बाहर हैं. ऐसे में शिक्षा के मंदिर का संचालन संभव नहीं है. इस बाबत सचिव कपिलेश्वर प्रसाद यादव ने बताया कि हाई कोर्ट से जमानत मिली है.
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