मुरलीगंज.
मुरलीगंज नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड संख्या पांच स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय जयरामपुर में शनिवार को मध्याह्न भोजन में गुणवत्ता की कमी को लेकर बच्चों व अभिभावकों ने हंगामा किया. अभिभावकों ने संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. इधर, एमडीएम के डीपीओ मिथिलेश कुमार ने बताया कि वहां एनजीओ के माध्यम से खाना जाता है. उसके अलावा भी दूसरे विद्यालय में भी भोजन जाता है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. वहीं विद्यालय शिक्षा समिति की सचिव ममता कुमारी ने कहा कि विद्यालय में ताजा भोजन बनने की व्यवस्था को बंद कर घाटिया भोजन एनजीओ द्वारा भेजा जा रहा है. जांच की जाती है तो इसकी सूचना पहले से पदाधिकारी या उनके अधीनस्थ एनजीओ को बता देते हैं. इसके कारण सही से जांच नहीं हो पाती है. बच्चों को भोजन देने के नाम पर हो रही है खानापूरीविद्यालय की सचिव ममता देवी ने कहा कि हमारे दो बच्चे इसी विद्यालय में पढ़ते हैं. जब हम अपने बच्चों को घर में ऐसा खाना नहीं देते, तो स्कूल में क्यों खाएं. क्या हमारे बच्चे घटिया खाना खाकर बीमार पड़ें. पहले स्कूल परिसर में खाना बनता था, तो उसकी गुणवत्ता पर हमारी निगरानी रहती थी. ममता ने कहा अब खाना एनजीओ के हवाले कर दिया गया है, जिससे सिर्फ खानापूर्ति हो रही है.
प्रधानाध्यापक ने कहा कि पहले भी भोजन में मिला है कीडाविद्यालय के प्रधानाध्यापक अजय कुमार ने कहा कि खाना घटिया था. पिछली बार भी भोजन में कीड़े मिलने की शिकायत मिली थी. इसकी सूचना विभाग को दी थी. इसी एनजीओ के तहत दूसरे नगर पंचायत क्षेत्र के चंद्रमणि कन्या मध्य विद्यालय में भी भोजन दिया जाता है. प्रधानाध्यापक योगेश्वर यादव ने बताया कि शनिवार का खाना घटिया था. मामले की जांच होनी चाहिए. इधर, एनजीओ के मोहित कुमार ने बताया कि आलू छीलने की मशीन खराब हो गयी थी. इसके कारण यह हुआ. खिचड़ी से बदबू आने की बात पर कुछ भी बताने से इनकार किया.
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