बीईओ ने माना घटना है गंभीर, वार्डन की लापरवाही आयी सामने- उदाकिशुनगंज . उदाकिशुनगंज अनुमंडल मुख्यालय स्थित आवासीय कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की व्यवस्था से शिक्षा विभाग के अधिकारी नाराज हैं. नाराजगी की वजह वार्डन की लापरवाही मानी जा रही है है. बीईओ निर्मला कुमारी ने वार्डन से स्पष्टीकरण मांगा है. मामला विद्यालय के एक छात्रा के ब्लेड से दोनों हाथ कटने से बेहोशी का है. इस मामले में बीते सोमवार को प्रभात खबर में बेहोश हुई छात्रा का ब्लेड से कटा मिला दोनों हाथ शीर्षक से खबर प्रमुखता के साथ प्रकाशित की गयी थी. खबर प्रकाशन के बाद बीईओ ने मामले में संज्ञान लेते हुए वार्डन से स्पष्टीकरण मांगा है. क्या है घटना अनुमंडल मुख्यालय स्थित आवासीय कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में शनिवार की देर शाम बेहोशी की हालत में एक 12 वर्षीय छात्रा को आनन-फानन में पीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां छात्रा का दोनों हाथ ब्लेड से कटा मिला. छात्रा ने हाथों पर कई जगह ब्लेड से उकेर कर खुद को जख्मी कर लिया था. छात्रा ने खुद को क्यों जख्मी किया. इसका स्पष्ट जवाब देने से कतराते रहे. मामला पुलिस तक पहुंचा. इस मामले में पुलिस और विद्यालय के वार्डन का पक्ष सामने आया था. वार्डन प्रतिमा कुमारी ने कहा था कोई खास बात नहीं है. आपस में बच्चे गुलदस्ता बनाती हैं. उसी दौरान ब्लेड से कट गया. वहीं थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने कहा कि पूछताछ में छात्रा ने फूल काटने के दौरान जख्मी होने की बात बतायी. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ अंकित सौरभ ने कहा कि बेहोशी की सूचना पर मेडिकल टीम कस्तूरबा विद्यालय पहुंची, जहां से बेहोश छात्रा को अस्पताल लाया गया. ब्लेड से हाथ कटने के कारण छात्र बेहोश हुई. पूर्व में भी विद्यालय की व्यवस्था पर उठे थे सवाल आवासीय कस्तूरबा विद्यालय में व्यवस्था को लेकर यह पहली बार सवाल नहीं उठा है. इससे पूर्व में भी अधिकारी ने व्यवस्था को लेकर नाराजगी जता चुके हैं. कस्तूरबा विद्यालय की व्यवस्था को लेकर इसी साल के दो अप्रैल को जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा संचालक से स्पष्टीकरण मांगा गया था, जिसमें जिला पदाधिकारी के पत्र का जिक्र किया गया था. जिसमें बताया गया था कि जिला पदाधिकारी के विद्यालय निरीक्षण के क्रम में संचालक अनुपस्थित मिले थे. कुल नामांकित छात्राओं के हिसाब से उपस्थिति में कमी पायी गयी. बायोमेट्रिक सिस्टम से उपस्थिति दर्ज नहीं होना पाया गया था. सीसीटीवी कैमरा खराब मिला था. छात्राओं के छात्रावास से बाहर जाने के लिए पंजी का संधारण किया जाता है, लेकिन आने पर पंजी का संधारण नहीं किया जाना मिला. छात्राओं के आवासन की व्यवस्था सही नहीं पायी गयी थी. बताते चलें कि 27 मार्च के स्पष्टीकरण का जवाब नहीं मिलने पर जिला पदाधिकारी ने दोबारा जवाब तलब किया था. ———् घटना गंभीर है. वार्डन से स्पष्टीकरण मांगा गया है. वार्डन के छुट्टी में होने के कारण जवाब नहीं मिला है. अन्य कर्मी से जानकारी ली गयी है. जांच चल रही है. शीघ्र ही रिपोर्ट वरीय अधिकारी को समर्पित किया जायेगा. कार्रवाई भी होगी. निर्मला कुमारी, बीईओ
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