मुरलीगंज .
मुरलीगंज नगर क्षेत्र सहित ग्रामीण इलाकों में इन दिनों बिजली की अघोषित कटौती से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. उमस भरी गर्मी में लोग रातभर जागने को मजबूर हैं. लगातार तीन रातों से बिजली की आपूर्ति घंटों बाधित है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उपभोक्ताओं ने बताया बिना सूचना के दिनभर 10 से 15 बार बिजली कटौती, रात में भी कई घंटों तक अंधेरे में रह रहे लोग, व्यवसायी परेशान, इनवर्टर बंद, पानी का संकट गहराया, ई-रिक्शा ठप, मोबाइल बंद, रोजगार पर असर, पावर सब स्टेशन में सूचना देने के नाम पर अफवाह फैला देने से परेशानी होती है.स्थानीय व्यवसायी दिनेश मिश्रा उर्फ बाबा ने बताया कि उनकी मिल में 50 से 60 मजदूर काम करते हैं. प्रतिमाह दो से तीन लाख रुपये बिजली बिल चुकाने के बावजूद, बिजली कटौती की वजह से मजदूरों को बिना काम के बैठाकर मजदूरी देनी पड़ रही है. इससे उन्हें आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है.
बिजली की बार-बार कटौती से आम उपभोक्ता परेशान हैं. इनवर्टर चार्ज नहीं हो पा रहे हैं. मोबाइल, पंखे और अन्य जरूरी उपकरण काम नहीं कर रहे हैं. लोगों को पीने के पानी के लिए भी हैंडपंप का सहारा लेना पड़ रहा है. शुक्रवार की रात शहर में बिजली गुल रही. पावर सब स्टेशन के अनुसार, एक चारपहिया वाहन से दो लोग आए और बताया कि वार्ड संख्या 11 में तार गिर गया है. जब तक उनसे पुष्टि की जाती, वे वहां से निकल चुके थे. घंटों मशक्कत के बाद जब बिजली विभाग ने क्षेत्र का सत्यापन किया तो कहीं भी तार गिरने की पुष्टि नहीं हुई. तब जाकर बिजली बहाल की गयी. बीस सूत्री कार्यक्रम के प्रखंड उपाध्यक्ष सूरज जायसवाल ने कहा कि विभाग की लापरवाही के कारण व्यवसाय प्रभावित हो रहा है.विद्युत कार्यालय के सहायक अभियंता तारानंद यादव ने बताया कि अधिक लोड के कारण कई बार तार जल जाता है. मरम्मत में समय लगता है, जिससे बिजली आपूर्ति बाधित हो रही है.
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