– भू-दाता ने कहा कहने पर दी जाती है जान से मारने की धमकी चौसा, एक तरफ सरकार गरीब तबके एवं भूमिहीन परिवारों को बसाने के लिए कई तरह के योजनाएं चला रही है. वहीं दूसरी तरफ जनप्रतिनिधि लोगों का भलाई करने के बजाय उसको उजाड़ने पर तुले है. ऐसा ही एक मामला चौसा प्रखंड के मोरसंडा में देखने को मिला है. जहां मोरसंडा पंचायत समिति सुरेंद्र चौधरी व उनके पुत्र अभिषेक कुमार चौधरी समेत अन्य सहयोगी द्वारा मोरसंडा पंचायत के गोठ बस्ती में करीब 26 लोगों भू-दान में मिले जमीनों पर कब्जा कर लिये है. सभी के द्वारा अनवरत कब्जा जारी है. गरीब तबके के लोग एक बार पुनः अंचल कार्यालय चौसा जाकर सीओ को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है. पर्चाधारी ग्रामीण अंबिका सिंह, काले मुनी, प्रसादी चौधरी, जागे मुनी, बिलाश मुनी, बुचो मुनी, डबलू मुनी, ब्रह्मदेव चौधरी, सदानंद भगत, नकुल भगत, पंकज भगत, ढोढो मंडल, जगजीवन ऋषिदेव, नरेश साह, हनुमान मुनी, विलाश मुनी समेत 26 लोगों ने बताया कि टोला के भूमिहीन लोगों को बिहार भूदान कमेटी की ओर से 45 डिसमिल किसी को 50 डीसमल जमीन दिया गया था. बबलू मुनी ने 38 सालों से जमीन का लगान रसीद कटवा रहे हैं. लेकिन दबंग प्रवृत्ति के लोग द्वारा जमीन को बाय जबरन जोत बुनकर खा रहे हैं. लोगों ने कहा कि जिला पदाधिकारी, अचंलाधिकारी को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाते हुये कब्जा किये जमीन को मुक्त कराने की मांग की है. वही पंसस सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि – वर्जन – आरोप निराधार है. जमीन मापी कराया जाय. दुध का दुध पानी अलग हो जायेगा. सुरेंद्र चौधरी, पंचायत समिति सदस्य, मोरसंडा पंचायत, चौसा – वर्जन – लोगों के द्वारा आवेदन प्राप्त हुआ है. विधिवत स्थल पर पहुंचकर जांच किया जायेगा. जांचोपरांत आगे की कार्रवाई की जायेगी. शशिकांत यादव, अंचलाधिकारी, चौसा, मधेपुरा.
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