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बिहार के 16 जिलों के 130 प्रखंडों की 1333 पंचायतें बाढ़ से प्रभावित
बिहार में 1,333 पंचायतें बाढ़ से प्रभावित हुई हैं. आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया सूबे के 16 जिलों के कुल 130 प्रखंडों की 1,333 पंचायतें बाढ़ से प्रभावित हुई हैं. छह राहत शिविरों में कुल 5,186 लोग ठहराये गये हैं. 269 कम्युनिटी किचेन चलाये जा रहे हैं. इनमें प्रतिदिन दो लाख नौ हजार 728 लोग भोजन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि गंगा नदी के जलस्तर में हो रही वृद्धि को देखते हुए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें प्रतिनियुक्त कर दी गयी है. अब तक बाढ़ प्रभावित नौ लाख 62 हजार 617 परिवारों के बैंक खाते में प्रति परिवार छह हजार रुपये की दर से कुल 577.57 करोड़ रुपये जीआर की राशि भेजी जा चुकी है.
छपरा के अमनौर के दर्जनों गांवों में बाढ़ का कहर जारी, बाढ़ के पानी के बीच अंधेरे में रात गुजारने का मजबूर
छपरा के अमनौर में बाढ़ की कहर से अब भी कई पंचायतों के दर्जनों गांव पूरी तरह प्रभावित है. अमनौर के अमनौर कल्याण, अमनौर हरनारायण, धरहारा खुर्द मनोरपुर झखड़ी, धर्मपुर जाफर ,ढोरलाही कैथल, बसंतपुर, शेखपुरा, मदारपुर, परसा व तरवार पंचायत में बाढ़ का पानी अभी कम होने का नाम नहीं ले रहा है. वहां के लोगों का रोजमर्रा का कार्य पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. लोगों में हाहाकार मचा हुआ है. जीवन जीने के लिए रोजमर्रा व जरूरत के सामान लाने के लिए बाढ़ का पानी पार कर प्रखंड मुख्यालय व नजदीकी बाजार जाने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, बिजली की नियमित आपूर्ति नहीं होने से बाढ़ के पानी के बीच रात गुजारने पर विवश हैं. लोग शुद्ध पानी के लिए तरस रहे हैं. बाढ़पीडितों के समक्ष एक बार में सैकड़ों चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. जहां लोगों के बीच शुद्ध पेयजल के साथ शौचालय, छत का सहारा , कीड़े-मकौड़े का डर, दो वक्त का भोजन, पशुओं का चारा, कोरोना महामारी का भय, पानी में खुद व अपने बच्चों का डूबने का डर, घरों में पड़े सामान की सुरक्षा की चिंता, बेरोजगारी, आर्थिक नुकसान जैसे कई समस्याएं मुंह बायें खड़ी है. इनके सामने सरकारी बाढ़ राहत सुविधाएं कम पड़ रही हैं. लोग बाढ़ के कारण अपनी जान बचाने के साथ घरों के सामान व पशुओं बचाने की कोशिश में जुटे हैं. ऊंचे स्थानों पर खुले आसमान के नीचे जिंदगी गुजारने पर विवश हैं.
गोपालगंज में 61 हजार बाढ़पीड़ितों के खाते में भेजी गयी राशि
गोपालगंज : गंडक के जल स्तर आयी कमी के बाद बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से भी तेजी से पानी तो उतर रहा है, लेकिन बाढ़ पीड़ितों का दर्द थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब भी 90 हजार से अधिक परिवार बाढ़ से मिले दर्द से कराह रहे हैं. मुख्य रूप से जिला का चार प्रखंड बाढ़ से प्रभावित है. संभावनाओं के अनुसार बाढ़ का पानी तो एक माह में कम हो जायेगा, लेकिन बाढ़ से हुए नुकसान की भरपायी करने में पीड़ितों को लंबा समय लगेगा. इधर, बाढ़ पीड़ितों के सहायतार्थ छह हजार की राशि आपदा विभाग द्वारा तेजी से भेजे जाने का दावा प्रशासन द्वारा किया जा रहा है. राहत राशि के लिये जो आंकड़े प्रशासन द्वारा बताये जा रहे हैं, उसके अनुसार चार प्रखंडों के कुल 89 हजार 415 पीड़ितों की सूची प्रखंड कार्यालय को पंचायत से भेजी गयी थी. इनमें से पीएफएमएस को 88946 की सूची भेजी गयी, जिसमें से 79398 तो स्वीकृत किया, लेकिन उनमें से भी पीएफएमएस ने 6630 रिजेक्ट कर दिया गया है. सरकारी दावे के अनुसार अब तक 61042 लोगों के खाते में भुगतान किया जा चुका है. इधर, बाढ़ प्रभावित पंचायत के पीड़ितों की मानें तो अधिकांश अभी राशि आने का इंतजार कर रहे हैं. धरातल पर आकलन के मुताबिक अभी चंद लोगों के खाते में ही राहत की राशि पहुंच पायी है.
एक नजर पीड़ितों की प्रेषित सूची ओर अब तक के भुगतान के दावे पर
कुल आवेदित लाभुक- 89415
कुल लॉक्ड लाभुक- 66506
खाते में भेजे गये लाभुकों की संख्या-61042