Airport Service: पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कोसी और सीमांचल क्षेत्र के विकास के अपने वादे को निभाते हुए वीरपुर (सुपौल) और सहरसा में उड़ान योजना के तहत हवाई सेवा शुरू होने की घोषणा की है. सांसद ने बताया कि दोनों स्थानों के लिए 25-25 करोड़ रुपये की राशि जारी कर दी गई है और जल्द ही यहां से 20 सीट वाले विमानों का परिचालन शुरू होगा. यह सिर्फ एक सेवा नहीं, बल्कि कोसी-सीमांचल के लोगों के लिए एक सपने का पूरा होना है. हमने जो वादा किया था, वह अब साकार हो रहा है.
सांसद पप्पू यादव ने तीन बार सांसद में उठायी थी मांग
सांसद पप्पू यादव ने इस मुद्दे को लेकर तीन बार लोकसभा में नियम 377 के तहत आवाज उठाई थी. इसके साथ ही नागरिक उड्डयन मंत्री से तीन बार व्यक्तिगत रूप से मिलकर इस दिशा में ठोस पहल की. परिणामस्वरूप अब वीरपुर, सहरसा, वाल्मीकि नगर (पश्चिम चंपारण), मधुबनी, मुजफ्फरपुर, मुंगेर और पूर्णिया को उड़ान योजना में शामिल कर 190 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है. सांसद ने केन्द्र सरकार और नागरिक उड्डयन मंत्रालय को धन्यवाद देते हुए इसे विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बताया. उन्होंने विश्वास जताया कि इस फैसले से न केवल आवागमन सुगम होगा, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी.
जमीन अधिग्रहण के लिए राज्य सरकार ने दी राशि
अंतराष्ट्रीय सीमा से सटे सुपौल जिले का वीरपुर अनुमंडल मुख्यालय स्थित हवाई अड्डा जहां भारतीय वायु सेना के लड़ाकू डकोटा विमान का इमरजेंसी लैंडिंग किया गया था. वहां से अब जल्द ही हवाई सेवा शुरू होने की उम्मीद जतायी जा रही है. वीरपुर हवाई अड्डे के निर्माण के लिए जमीन मुआवजा मद में 42.37 करोड़ रुपये की मंजूरी फरवरी माह में बिहार सरकार द्वारा दी गयी. उक्त राशि से लगभग 88 एकड़ जमीन अधिग्रहण किया जायेगा.
हवाई अड्डा को 62.16 एकड़ है जमीन
सामरिक दृष्टिकोण से अति महत्वपूर्ण माने जाने वाला इस हवाई अड्डा को 62.16 एकड़ जमीन है. कोसी परियोजना के मुख्य अभियंता ने हवाई अड्डे की 62.16 एकड़ जमीन सिविल विमानन निदेशालय को कुछ वर्ष पूर्व हस्तांतरित कर दिया. हस्तांतरित किए गए जमीन में 8.06 एकड़ जमीन कोसी योजना, जल संसाधन विभाग की और 54.10 एकड़ जमीन भारत सरकार, हवाई जहाज उतारने का स्थान है. जमीन स्थानांतरण किए जाने के बाद हवाई अड्डे परिसर में पीडब्लूड़ी द्वारा लाउंज का निर्माण कराया गया है. इतना ही नहीं 22 करोड़ की लागत से रनवे का चौड़ीकरण किया गया है.
तीन किमी लंबा होगा रनवे
जानकारी के अनुसार हवाई अड्डा को फिलहाल 62.16 एकड़ जमीन उपलब्ध है. 88 एकड़ जमीन अधिग्रहण हो जाने के बाद हवाई अड्डा को 150.16 एकड़ जमीन हो जायेगी. इसके बाद हवाई अड्डा के रनवे की लंबाई तीन किमी हो जायेगा. जहां बड़े विमान की लैंडिंग कराने में कोई परेशानी नहीं होगी.