-डेंगू, कालाजार व एचआईवी नियंत्रण को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित सुपौल. जिले में संचारी रोगों की रोकथाम और नियंत्रण के उद्देश्य से जिलाधिकारी सावन कुमार की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण अंतर विभागीय बैठक का आयोजन किया गया. बैठक का आयोजन समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में किया गया, जिसमें कालाजार, डेंगू व एचआईवी के प्रभावी नियंत्रण के लिए विभिन्न पहलुओं की गहन समीक्षा की गई. बैठक में सुपौल, किशनपुर, राघोपुर, बसंतपुर, त्रिवेणीगंज एवं निर्मली प्रखंड की स्थिति की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि बुखार के मरीजों की सतर्क निगरानी की जाए और पुनः आने पर डेंगू किट से अनिवार्य जांच सुनिश्चित की जाए. सभी प्रखंडों में डेंगू जांच के लिए पर्याप्त किट उपलब्ध कराए जाने का निर्देश भी दिया गया. मौके पर डीडीसी सारा असरफ, सिविल सर्जन डॉ ललन ठाकुर, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, नगर परिषद के मुख्य पार्षद राघवेंद्र झा राघव, उपाधीक्षक, सदर अस्पताल, जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी, जिला योजना समन्वयक, जिला सामुदायिक उत्प्रेरक, जिला स्वास्थ्य समिति, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी आदि मौजूद थे. डेंगू नियंत्रण को लेकर दिए गए निर्देश बैठक में डेंगू नियंत्रण को लेकर कई आवश्यक निर्देश दिये गये. डीएम ने कहा कि बुखार से ग्रसित मरीजों का 10 दिनों तक विश्लेषण कर रिपोर्ट तैयार की जाए. निजी चिकित्सकों के साथ बैठक कर डेंगू के लक्षण, रोकथाम एवं उपचार पर चर्चा की जाए. प्रत्येक अस्पताल में डेंगू वार्ड की मच्छरदानी सहित फोटो संबंधित व्हाट्सएप ग्रुप में साझा किया जाए. प्रखंड एवं जिला स्तर पर शिक्षा विभाग, जीविका एवं स्वास्थ्य विभाग के बीच समन्वय स्थापित कर जनजागरूकता अभियान चलाया जाए. जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि डेंगू, कालाजार और एचआईवी जैसी गंभीर बीमारियों से मुकाबले के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक है. इसके लिए हर स्तर पर स्वास्थ्य संस्थानों, शिक्षा विभाग और स्वयंसेवी संगठनों को मिलकर कार्य करना होगा. उन्होंने सिविल सर्जन को निदेशित किया कि प्रत्येक प्रखंड में जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाए, ताकि आमजन समय पर लक्षणों की पहचान कर उचित उपचार ले सकें.
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