फोटो – 13 कैप्सन – संबोधित करते डीएम सुपौल स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण के अंतर्गत स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2025 को सफल बनाने के लिए गुरुवार को जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाधिकारी सावन कुमार ने की, जबकि उप विकास आयुक्त सारा असरफ भी मौजूद थी. कार्यशाला में विभिन्न विभागों के जिला एवं प्रखंड स्तरीय अधिकारियों ने भाग लिया. प्रशिक्षण कार्यशाला में सिविल सर्जन डॉ ललन ठाकुर, जिला शिक्षा पदाधिकारी संग्राम सिंह, निदेशक डीआरडीए, जिला पंचायतीराज पदाधिकारी अनिरूद्ध यादव, मनरेगा निदेशक अनित कुमार, आईसीडीएस, जीविका सहित अन्य विभागों के प्रतिनिधि, साथ ही सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड स्तरीय समन्वयक एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे. कार्यक्रम की शुरुआत में निदेशक डीआरडीए आशुतोष कुमार द्वारा जिलाधिकारी का स्वागत किया गया. इसके बाद जिलाधिकारी सावन कुमार ने सभी प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2025 की प्रक्रिया, मार्किंग प्रणाली, संभावित चुनौतियों और उनके समाधान पर विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने कहा कि स्वच्छता से जुड़ी परिसंपत्तियों जैसे ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन से संबंधित संरचनाएं, जो स्वच्छ भारत मिशन एवं अन्य योजनाओं के अंतर्गत बनाई गई हैं, उनका सदुपयोग एवं नियमित रख-रखाव अत्यंत आवश्यक है. यह सुनिश्चित करना सभी संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी है ताकि सर्वेक्षण में जिला श्रेष्ठ रैंक प्राप्त कर सके. जिला समन्वयक ने एक प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रशिक्षण दिया और सभी उपस्थितों को स्वच्छ सर्वेक्षण की कार्यप्रणाली, मूल्यांकन के मापदंड एवं अपेक्षित कार्यों की जानकारी दी. इस दौरान उप विकास आयुक्त सारा असरफ ने सभी अधिकारियों से रणनीतिक कार्ययोजना साझा की और स्पष्ट किया कि बेहतर रैंकिंग हेतु प्रत्येक विभाग को अपनी-अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी. उन्होंने सभी प्रतिभागियों को यह भी निर्देश दिया कि वे जनजागरूकता बढ़ाएं. कार्यशाला के अंत में सभी प्रतिभागियों ने मिलकर सिटीजन फिटबैक फॉर्म ऑनलाइन भरा और स्वच्छता अभियान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.
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