सुपौल. सदर अस्पताल सुपौल में चिकित्सक के साथ मारपीट की घटना पर जिला प्रशासन ने गंभीर रुख अपनाते हुए दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का भरोसा दिलाया है. जिलाधिकारी कौशल कुमार ने बिहार हेल्थ सर्विसेज एसोसिएशन द्वारा समर्पित ज्ञापन के प्रत्युत्तर में स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य सेवा में बाधा किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी. ज्ञात हो कि 13 अप्रैल को मरीज अब्दुल बाड़ी की मृत्यु के पश्चात उनके परिजनों तथा कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा डॉ राजेश पासवान के साथ अभद्रता एवं हाथापाई की गई थी. इस घटना को लेकर चिकित्सकों ने विरोध जताते हुए 48 घंटे के भीतर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी, अन्यथा स्वतंत्र रूप से कदम उठाने की चेतावनी दी थी. डीएम सुपौल ने इसे ””””””””””””””””निंदनीय एवं गैर-जिम्मेदाराना”””””””””””””””” करार देते हुए कहा कि स्वास्थ्य एक अनिवार्य सेवा है, जिसे बाधित करना आम नागरिकों के अधिकारों का हनन है. उन्होंने चेताया कि यदि इस तरह की चेतावनियों के तहत सेवा बाधित की गई, तो संबंधित चिकित्सकों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि मामले की पुलिस जांच जारी है और जांच के उपरांत दोषियों की पहचान कर उनके विरुद्ध विधिसम्मत सख्त कार्रवाई की जाएगी. जिला प्रशासन ने सभी चिकित्सकों से संयम बरतने और जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था को बाधित न करने की अपील की है. प्रशासन ने आश्वस्त किया है कि चिकित्सकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है