सुपौल बिहार राज्य डाटा एंट्री, कंप्यूटर ऑपरेटर संघ, जिला इकाई सुपौल की ओर से जिलाधिकारी को एक पत्र सौंप कर सूचित किया गया है कि बेल्ट्रॉन के माध्यम से विभिन्न विभागों, कार्यालयों, निगमों, बोर्डों, प्राधिकारों, आयोगों एवं अन्य सरकारी संस्थाओं में संविदा पर कार्यरत प्रोग्रामर, आशुलिपिक, डाटा एंट्री ऑपरेटर और आईटी बॉयज व गर्ल आगामी बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे. संघ के प्रदेश महासचिव के हवाले से बताया गया है कि यह हड़ताल लगभग दो दशक से लंबित सेवा समायोजन की मांग को लेकर की जा रही है. पत्र में कहा गया है कि इन संविदा कर्मियों की संख्या राज्यभर में लगभग 22 हजार है, जो पिछले 20 से 25 वर्षों से प्रदेश के सभी स्तरों के सरकारी कार्यालयों में महत्वपूर्ण सेवाएं दे रहे हैं. इसके बावजूद अब तक सरकार द्वारा उनके सेवा स्थायीत्व या विभागीय समायोजन को लेकर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है. संघ का कहना है कि बिहार सरकार एक ओर राज्य में नए पदों की बहाली और रोजगार सृजन की घोषणा कर रही है, लेकिन वर्षों से सिस्टम का हिस्सा बने इन बेल्ट्रॉन कर्मियों को स्थायी सेवा में समायोजित करने की दिशा में कोई पहल नहीं की जा रही है. संघ ने इसे सरकार की दोहरी नीति बताया है. डाटा एंट्री ऑपरेटर संघ ने यह भी कहा कि सभी कर्मचारी लंबे समय से ठेका व्यवस्था (आउटसोर्सिंग मॉडल) को समाप्त कर सेवा सुरक्षा की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार की उदासीनता ने उन्हें मजबूरन सामूहिक अनिश्चितकालीन हड़ताल का रास्ता चुनने पर विवश कर दिया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है