सुपौल. आगामी मुहर्रम पर्व (6 जुलाई 2025) को लेकर अनुमंडल सभागार में अनुमंडल पदाधिकारी इंद्रवीर कुमार और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी आलोक कुमार की संयुक्त अध्यक्षता में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई. बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ शांति समिति के सदस्य, जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता भी मौजूद रहे. बैठक का मुख्य उद्देश्य पर्व के दौरान विधि-व्यवस्था बनाए रखना, धार्मिक सौहार्द को बरकरार रखना तथा किसी भी संभावित विवाद से बचाव हेतु समन्वयात्मक प्रयासों पर विचार किया गया. बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गये. जिसमें संवेदनशील स्थलों पर दंडाधिकारी व पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित करने, असामाजिक तत्वों के विरुद्ध बंधपत्र भरवाने, ताजिया जुलूस के मार्ग का सत्यापन प्रशासन द्वारा करने, जुलूस के दौरान पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती करने, थाना स्तर पर जुलूस समिति की बैठकें आयोजित कर स्थानीय मुद्दों पर विचार करने, डीजे बजाने पर पूर्णतः प्रतिबंध रखने, जुलूस या कार्यक्रम के दौरान घातक हथियारों के प्रदर्शन पर रोक लगाने, किसी भी स्थिति में धार्मिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाने वाले कार्य नहीं करने, जुलूस निकालने के लिए लाइसेंस लेना अनिवार्य होगा, साथ ही लाइसेंस में उल्लिखित शर्तों का अक्षरशः पालन किया करने पर विचार किया गया. बैठक के दौरान अधिकारियों ने कहा कि मोहर्रम पर्व को लेकर जिला प्रशासन पूर्णतः सतर्क और तैयार है. आम नागरिकों से भी अपेक्षा की गई कि वे शांति, भाईचारा और कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें. किसी भी तरह की अफवाह या गलत जानकारी से बचने तथा ऐसे मामलों की तत्काल स्थानीय प्रशासन को सूचना देने की अपील की गई. संपर्क सूत्रों के अनुसार, मोहर्रम के मौके पर इस बार कई क्षेत्रों से ताजिया व जुलूसों के एकत्र होने की संभावना है, जिसे देखते हुए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है. मौके पर नजमुजफ्फर, सुब्रत मुखर्जी, प्रो निखिलेश सिंह, जावेद अख्तर, मो जमालउद्दीन, अमर कुमार चौधरी, मो जावेद, शंभू चौधरी, रामनाथ मंडल, रामचंद्र यादव, मो वलीउल्लाह, मो हसनैन नोमानी, नरेश कुमार, खुर्शीद आलम आदि मौजूद थे.
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