कुनौली. एक तरफ सरकार स्वच्छता को लेकर बड़ी बड़ी बातें कर रही है, तो दूसरी ओर इन बड़ी बातों का वादा केवल कागज पर सिमट कर रह जाती है. केवल स्वच्छ कागज पर साफ स्वच्छता दिखाई देता है लेकिन धरातल पर ठीक इसका विपरीत है. इसका जीत जागता उदाहरण कुनौली बाजार का इंडो नेपाल स्थित कुनौली बाज़ार,भन्सार मार्ग को जोड़ने वाली सड़क मार्ग है. जहां सड़क पर कचरे के ढेर और बदबू रहित पानी से लोग गुजरकर अपनी दैनिक आवश्यकता की वस्तुएं खरीदने आते है. इस बदबू भरे सड़क से गुजरना और भौतिक आवश्यकता की पूर्ति के लिए आवागमन एक बड़ी परेशानी का सबब बनते जा रहा है. कही कचरे का अंबार है, तो कही मलबे के ढेर, कही कीचड़ युक्त पानी का जमावड़ा इस सड़क के लिए आम बात बन गई है. जबकि प्रखंड से लेकर पंचायत स्तर तक के अधिकारी का भी आवागमन इसी सड़क मार्ग से होता है फिर भी प्रखंड से लेकर पंचायत तक के अधिकारी व जनप्रतिनिधि भी चुप्पी साधे बैठी है. सड़क मार्ग में कचरे के ढेर और जल जमाव इस क्षेत्र के लिए एक बड़ी विडंबना बनी हुई है. आम लोगो का कहना है कि स्वच्छता के नाम पर इस सड़क में केवल खाना पूर्ति ही की जा रही है. जिस खाना पूर्ति का नाजायज फायदा आम स्थानीय दुकानदार उठा रहे है. बताया कि कीचड़ युक्त पानी के बहाव का मार्ग को स्थानीय दुकानदार सड़क के दोनो ओर बने नाले के स्लैब पर मिट्टी डालकर बंद कर दिया है. उसी स्लैब मार्ग को आराम से अतिक्रमण कर अपनी दुकान भी चला रहे है. अपनी दुकान की वस्तुएं सड़क मार्ग के स्लैब पर ही लगाते है. जबकि कुनौली, कमलपुर, डगमारा, बथनाहा व इंडो नेपाल के लोगो का आवागमन की समस्या के ओर किसी का ध्यान आकर्षित नही हो रहा है. यह बाजार नेपाल पर ही आश्रित है और अधिकारियों का आवागमन सीमा क्षेत्र को लेकर होता ही रहता है.
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