सुपौल. एनडीपीएस एक्ट के तहत मंडल कारा में बंद एक आरोपी बुधवार को सुपौल कोर्ट परिसर से पेशी के दौरान फरार हो गया. आरोपी की पहचान नेपाल के सुनसरी जिले के कोसी गांव पालिका वार्ड नंबर 06 निवासी रामनाथ यादव के रूप में हुई है. वह 18 नवंबर 2024 से सुपौल मंडलकारा में न्यायिक हिरासत में बंद था. सूत्रों के अनुसार, आरोपी को बुधवार को कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था. लेकिन पेशी से पहले ही वह कोर्ट परिसर से भाग निकला. इस घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है.
15.7 किलो गांजा के साथ हुआ था गिरफ्तार
17 नवंबर 2024 को एसएसबी 45वीं बटालियन के शैलेशपुर बीओपी के जवानों ने सीमा क्षेत्र के बॉर्डर पीलर संख्या 205 के पास से 15 किलो 700 ग्राम गांजा के साथ रामनाथ यादव को गिरफ्तार किया था. वह नेपाल से भारत में गांजा की तस्करी करने की कोशिश में था. गिरफ्तारी के बाद उसे स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया गया और 18 नवंबर 2024 को जेल भेज दिया गया था.एसपी ने दिए जांच के निर्देश
इस घटना की पुष्टि करते हुए एसपी सारथ आरएस ने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है. फरार कैदी की तलाश की जा रही है. साथ ही घटना में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा.चौकसी पर उठे सवाल
कोर्ट परिसर से आरोपी का इस तरह से फरार होना पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े करता है. यह घटना दर्शाती है कि पेशी के दौरान कैदियों की निगरानी में चूक हुई है. फिलहाल पुलिस टीम फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए सीमा क्षेत्रों सहित संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है