सुपौल. कांग्रेस नेता मिन्नत रहमानी ने कोसी तटबंध के भीतर बसे कई गांवों का दौरा कर वहां की जमीनी हकीकत का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने कोसीवासियों की दयनीय स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए राज्य सरकार पर झूठे विकास के दावों का आरोप लगाया. मिन्नत रहमानी ने कहा कि बिहार सरकार सिर्फ कागजों पर विकास दिखा रही है, जबकि कोसी तटबंध के भीतर बसे हजारों लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. कोसी पीड़ित विकास प्राधिकरण बनाकर सरकार ने खानापूर्ति की, लेकिन उसे पूरी तरह निष्क्रिय छोड़ दिया गया है. उन्होंने मांग की कि इस प्राधिकरण को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए ताकि कोसी क्षेत्र में रहने वाले लोगों को वास्तविक राहत मिल सके. रहमानी ने आरोप लगाया कि बाढ़ और नदी के कटाव से हजारों किसानों की उपजाऊ जमीन तबाह हो चुकी है, इसके बावजूद सरकार उनसे लगान और सेस की वसूली कर रही है. यह अन्यायपूर्ण है. सरकार को चाहिए कि ऐसी जमीनों का लगान माफ करे और किसानों को मुआवजा दे. कांग्रेस नेता ने दावा किया कि कोसी क्षेत्र में घर गिरने और फसल क्षति के नाम पर हर साल करोड़ों रुपये की राहत राशि जारी होती है, लेकिन उसका लाभ वास्तविक पीड़ितों तक नहीं पहुंचता. इस मौके पर भारी संख्या में लोग मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है