-उर्वरक निगरानी समिति की बैठक में शीघ्र यूरिया उपलब्धता की दी गयी जानकारी – अनियमितता पाए जाने पर संबंधित विक्रेताओं पर उर्वरक नियंत्रण आदेश के तहत की जायेगी कार्रवाई राघोपुर. खरीफ सीजन में धान की खेती के लिए रासायनिक उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को लेकर राघोपुर प्रखंड मुख्यालय परिसर स्थित ई-किसान भवन में मंगलवार को उर्वरक निगरानी समिति की बैठक आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता वीरपुर अनुमंडल कृषि पदाधिकारी संजीव कुमार तांती ने की. बैठक में जदयू प्रखंड अध्यक्ष एवं विधायक प्रतिनिधि कमल प्रसाद यादव, किसान संघ के प्रतिनिधि सत्य नारायण सहनोगिया, प्रखंड कृषि पदाधिकारी बिनोद कुमार सहित प्रखंड के सभी उर्वरक विक्रेता एवं किसान सलाहकार मौजूद थे. बैठक की शुरुआत विक्रेताओं द्वारा उपस्थित पदाधिकारियों को नीम युक्त जैविक खाद का पैकेट भेंट कर की गई. बैठक में उर्वरकों की उपलब्धता, मूल्य नियंत्रण, विकल्प और बिक्री प्रक्रिया पर विस्तृत चर्चा हुई. वैकल्पिक उर्वरक की जानकारी देते हुए थोक वितरक विकास आनंद ने बताया कि डीएपी की जगह किसान एसएसपी (सिंगल सुपर फॉस्फेट) या एनपी के खाद का प्रयोग कर सकते हैं, जो सरकारी दर पर उपलब्ध हैं. उन्होंने यह भी बताया कि एक किलोग्राम पैक वाले स्प्रे खाद भी कम लागत में कारगर विकल्प है, वहीं प्रखंड कृषि पदाधिकारी बिनोद कुमार ने स्पष्ट किया कि बिना आधार प्रमाणीकरण के खाद बिक्री करना गैरकानूनी है. सभी विक्रेताओं को पॉश मशीन से ही बिक्री करने का निर्देश दिया गया है. बिस्कोमॉन राघोपुर के प्रबंधक ने कहा कि वर्तमान में एपीएस खाद उपलब्ध है और शीघ्र ही यूरिया का नया रैक आने वाला है. प्रखंड कृषि समन्वयक वीरेंद्र कुमार एवं सुमन कुमार ने बताया कि खुदरा विक्रेताओं के पास मौजूद स्टॉक की जांच की जा रही है, और मूल्य नियंत्रण का भी सत्यापन होगा. अनियमितता पाए जाने पर संबंधित विक्रेताओं पर उर्वरक नियंत्रण आदेश के तहत कार्रवाई की जाएगी. बैठक में प्रखंड के सभी पंचायतों के किसान सलाहकारों सहित विक्रेता उमेश यादव, रणधीर महतो, शारदा शरण, कामेश्वर यादव, कैलाश दास, राजेश यादव, रामस्वरूप यादव, परमानंद साह, हीरा दास, विनोद चौधरी और सोनू ठाकुर उपस्थित थे.
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