सुपौल. जल जीवन हरियाली, नगर विकास एवं आवास विभाग के तहत नगर परिषद द्वारा जिला मुख्यालय के विभिन्न वार्डों में पुराने और अनुपयोगी कुओं का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है. इसी क्रम में वार्ड नंबर 24 में एक पुराने कुएं की मरम्मत और ढलाई का काम चल रहा था. शनिवार की सुबह निर्माणाधीन कुएं की छत का ढलाई अचानक से भरभरा कर गिर गयी. जिससे अफरा-तफरी मच गयी. इस दौरान घटना स्थल पर मौजूद कई लोग बाल-बाल बच गये. घटना के बाद स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिला. लोगों ने नगर परिषद पर लापरवाही और घटिया निर्माण सामग्री के उपयोग का गंभीर आरोप लगाया है. स्थानीय वार्ड के बबलू झा, चंदन झा, हर्षित कुमार और अन्य लोगों ने बताया कि इस निर्माण कार्य में पहले से ही कई खामियां नजर आ रही थी. कई बार संवेदक को घटिया सामग्री और कमजोर ढांचे को लेकर आगाह किया गया था, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया, वहीं लापरवाही शनिवार की दुर्घटना का कारण बनी. ढलाई में मानकों के अनुरूप नहीं हुआ काम स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि ढलाई में दो नंबर के सरिया का प्रयोग किया गया था, जो मानकों के अनुरूप नहीं है. इसके अलावा सीमेंट और बालू की गुणवत्ता भी बेहद खराब थी. घटना के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत नगर परिषद के अधिकारियों और मुख्य पार्षद को फोन कर जानकारी दी. लोगों ने मांग की है कि संबंधित संवेदक के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए और निर्माण कार्य की जांच किसी तकनीकी अधिकारी से कराई जाए. ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो. जांचोपरांत होगी कार्रवाई- मुख्य पार्षद नगर परिषद के चेयरमैन राघवेन्द्र झा राघव ने कहा कि कुएं के ऊपर टीन का शेड लगाया जाना है. लेकिन किन परिस्थिति में ढलाई किया गया है. यह जांच का विषय है. जांचोपरांत दोषी पाए जाने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.
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