-पुलिस ने दी जानकारी, पेट के दाहिने हिस्से में हथियार से काटे जाने का था निशान -घटना के बाद से मृतका का एक वर्षीय पुत्र है लापता -प्राथमिकी दर्ज, संदिग्धों से पुलिस कर रही पूछताछ निर्मली. किशनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत आसनपुर कुपहा गांव के समीप कोसी नदी किनारे शुक्रवार को प्लास्टिक में बंधा महिला का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गयी. शव की पहचान ललमनिया पंचायत के रसुआर क्योटापट्टी वार्ड नंबर 01 निवासी 28 वर्षीय सीमा देवी के रूप में की गयी है. मृतका स्व नवीन कुमार ठाकुर की पत्नी थी. छह महीने पूर्व प्रदेश में रहस्यमय परिस्थिति में फंदे से लटकता हुआ पति का शव मिला था. स्थानीय सूत्रों के अनुसार, महिला का शव पानी में फूल चुका था और प्लास्टिक में बंधा हुआ था. महिला के शरीर पर साड़ी, साया और ब्लाउज था. पुलिस ने बताया कि पेट के दाहिने हिस्से में धारदार हथियार से काटे जाने का निशान था, वहीं बाएं पैर में काले धागे बंधे हुए थे. स्थिति इतनी गंभीर थी कि प्रथम दृष्टया यह कोई सामान्य मौत नहीं बल्कि सुनियोजित हत्या प्रतीत हो रही है. स्थानीय लोगों और परिजनों के अनुसार, सीमा देवी ने डेढ़ वर्ष पूर्व प्रेम विवाह की थी. उसका एक वर्षीय पुत्र रिमांश कुमार घटना के बाद से लापता है. ग्रामीणों का आरोप है कि सीमा देवी को ससुराल पक्ष के सदस्यों, विशेषकर ससुर लाल ठाकुर व भसुर द्वारा लगातार प्रताड़ित किया जाता था. लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि सीमा को नशीली दवाएं देकर शारीरिक शोषण किया जाता था. शोषण के कारण वह गर्भवती हो गई थी, लेकिन ससुराल वाले ने उस पर गर्भपात का दबाव बना रहे थे. महिला द्वारा विरोध करने पर उसकी बेरहमी से पिटाई की गई और आरोप है कि उसके पेट को चीर कर भ्रूण को बाहर निकाला गया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गयी. उसके बाद शव को छिपाने के उद्देश्य से नदी किनारे प्लास्टिक में बांधकर फेंक दिया गया. किशनपुर थानाध्यक्ष ने बताया कि शव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, और हर बिंदु पर गहराई से जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि परिजनों और ग्रामीणों द्वारा लगाए गए आरोपों को गंभीरता से लिया गया है, और शव पर मिले जख्मों से हत्या की पुष्टि होती है. फिलहाल, पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर संदिग्धों से पूछताछ शुरू कर दी है. साथ ही लापता बच्चे की तलाश भी जारी है. गांव में मातम, निष्पक्ष जांच की मांग घटना के बाद ललमनिया पंचायत सहित आस-पास के गांवों में गम और गुस्से का माहौल है. ग्रामीणों ने दोषियों की गिरफ्तारी और घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है. लोगों ने यह भी आशंका जताई है कि यदि समय रहते प्रशासन सख्ती बरतता, तो यह दूसरी मौत रोकी जा सकती थी.
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