सुपौल. राज्य स्तरीय डाटा इंट्री ऑपरेटर व प्रोग्रामर संघ के आह्वान पर जारी अनिश्चितकालीन हड़ताल का असर जिले में व्यापक रूप से देखने को मिल रहा है. समाहरणालय स्थित जिला परिवहन कार्यालय से लेकर वाणिज्य कर विभाग, सांख्यिकी कार्यालय और विभिन्न प्रखंड कार्यालयों में कार्य पूरी तरह से ठप हो चुका है. डाटा इंट्री ऑपरेटर और प्रोग्रामर की अनुपस्थिति के कारण जिला परिवहन कार्यालय में पंजीकरण, ड्राइविंग लाइसेंस, टैक्स भुगतान जैसे कार्य ठप है. दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों से आए लोग कार्यालय के कई चक्कर काट रहे हैं लेकिन उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ रहा है. वाणिज्य कर विभाग में बेल्ट्रान कर्मियों द्वारा किए जाने वाले सभी कार्य ठप हैं, जिससे राजस्व की भारी क्षति हो रही है. वहीं, जिला सांख्यिकी कार्यालय सहित सभी प्रखंड स्तर पर जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्रों के निर्गमन का कार्य भी प्रभावित हुआ है. इसके चलते नागरिकों को समय पर आवश्यक प्रमाण पत्र नहीं मिल पा रहे है. मनरेगा, जन वितरण प्रणाली, राजस्व विभाग समेत कई अहम सरकारी सेवाएं प्रभावित हो रही हैं, जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. डाटा एंट्री ऑपरेटर संघ के जिला अध्यक्ष गुंजन कुमार यादव ने बताया कि हमारी प्रमुख मांग है कि डाटा एंट्री ऑपरेटर, प्रोग्रामर, आईटी बॉयज़ और गर्ल्स का स्थायीकरण किया जाए और उन्हें समान वेतनमान व सेवा शर्तों में सुधार मिले. हमने सरकार को 26 जुलाई 2025 तक का समय दिया है, उसके बाद भूख हड़ताल और आमरण अनशन शुरू किया जायेगा. मौके पर संतोष कुमार, शैलेन्द्र कुमार, दिलीप कुमार, पप्पु कुमार, अमित कुमार, चंदन कुमार सिंह, माघव कुमार, अरुण कुमार, नन्दलाल कुमार, रोशन कुमार, इन्द्रजीत कुमार, संतोष कुमार आदि मौजूद थे.
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