बोकारो : साहिबगंज जिला का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि बोकारो जिला में पुलिस की ओर से प्रताड़ित करने का एक वीडियो बुधवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वीडियो में पुलिस की प्रताड़ना से तंग आकर एक परिवार ने सामूहिक आत्महत्या की धमकी. वीडियो सामने आते ही बोकारो पुलिस की नींद टूटी. आनन-फानन में डीएसपी को उस परिवार के घर भेजा गया. डीएसपी ने न्याय करने का भरोसा दिलाया है.
दरअसल, झारखंड के बोकारो के माराफारी थाना में एक महिला अपने पड़ोसी की शिकायत लेकर गयी थी. पुलिस ने उस पर संज्ञान नहीं लिया. जिस व्यक्ति के खिलाफ महिला ने शिकायत की थी, उसने कथित तौर पर गलत शिकायत दर्ज करवा दी और थाना प्रभारी ने महिला, उसके पति और तीन साल के बच्चे को थाना में बंद कर दिया.
पीड़ित परिवार का कहना है कि जिन लोगों के कहने पर पुलिस ने उन्हें थाने में बंद कर दिया, वे उनके ही रिश्ते में चाचा व भगना लगते हैं. घटना माराफारी थाना क्षेत्र के रितुडीह बस्ती की है. बताया जा रहा है कि कैलाशनाथ शर्मा ने अंतरजातीय विवाह की है. मांझी परिवार की बेटी पूजा से. दोनों का तीन साल का एक बेटा है.
पूजा शर्मा का आरोप है कि पड़ोस में रहने वाले उनके रिश्तेदार उनसे साथ गलत व्यवहार करते हैं. घर पर अकेली रहती हैं, तो उनके साथ अश्लील हरकतें करते हैं. मारफारी थाना में उन्होंने इसकी शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. उल्टे दूसरे पक्ष के अर्जुन महथा ने इसी थाना में पत्नी का सिर फोड़ने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करा दिया.
सुबह में पुलिस में यह शिकायत दर्ज करायी गयी और रात में पुलिस उनके घर पहुंच गयी. पति-पत्नी और बच्चे को उठाकर थाना ले गयी. थाना में पति-पत्नी ने लाख मिन्नतें कीं. कहा कि जांच कर लें. पहले यह देख लें कि जो आरोप लगाये जा रहे हैं, वह सही हैं भी या नहीं. लेकिन पुलिस ने एक न सुनी.
पूजा के मुताबिक, पुलिस ने उसे महिला थाना और उसके पति कैलाश नाथ शर्मा को माराफारी थाना में बंद कर दिया. महिला थाना में पूजा को उसके बच्चे के साथ जेल के अंदर रखा गया. पूजा ने कहा कि माराफारी थाना ने हमारी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की. उल्टे हमें ही प्रताड़ित किया गया.
पूजा के पति कैलाश नाथ शर्मा का आरोप है कि चूंकि वह भूमिहार जाति से हैं और मांझी परिवार की बेटी से शादी की है, समाज के लोग उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं. उनकी पत्नी के साथ गंदी बातें की जा रही हैं. कैलाश ने कहा कि हमने थाना से मदद मांगी. वहां हमें ही प्रताड़ित किया गया. यदि ऐसा ही चलता रहा, तो हमारे पास आत्महत्या करने के अलावा कोई चारा नहीं रह जायेगा.

कैलाश ने कहा कि फेसबुक के माध्यम से सबसे गुहार लगायी. न्याय की मांग की. हमने कहा कि जांच करा लें, जो दोषी हो, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाये. किसी ने हमारी बात नहीं सुनी. आखिरकार सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो गया. इसके बाद पुलिस की नींद टूटी और एसपी की पहल पर थाना में मामला दर्ज कर लिया गया.
Also Read: EXCLUSIVE: कोरोना की 90 दिन के लिए छुट्टी कर देता है झारखंड के डॉ राजेश का NANOVA HYGIENE+, अमेरिकी लैब ने भी माना लोहाआनन-फानन में डीएसपी (मुख्यालय) सतीश चंद्र झा को जांच का जिम्मा सौंपा गया. श्री झा ने बताया कि परिवार को एक घंटे से अधिक समझाया गया. उन्हें भरोसा दिलाया गया है कि पुलिस उनके साथ न्याय करेगी. अगर पुलिस की ओर से चूक हुई होगी, तो जांच कर कार्रवाई की जायेगी. कहा कि दोनों पक्षों को बुलाया गया है. अगर समाधान नहीं निकलता है, तो आरोपियों को गिरफ्तार किया जायेगा.
Posted By : Mithilesh Jha