बोकारो, सुनील तिवारी : बोकारो में गुरुवार को विस्थापित अप्रेंटिस संघ पर हुए लाठी चार्ज के बाद युवक की मौत पर लोगों का आक्रोश काफी बढ़ गया है. आक्रोशित लोगों ने बोकारो स्टील प्लांट के सभी गेट को बंद कर दिया है. इसी बीच बोकारो स्टील प्रबंधन ने आंदोलनकारी से जनहित में अविलंब प्लांट गेट से जाम हटाने की अपील की है.
18 घंटे से अंदर फंसे हैं करीब 5000 लोग
बोकारो स्टील प्रबंधन ने कहा कि बोकारो इस्पात संयंत्र एक थर्मो सेंसिटिव प्लांट है. इसके अंदर संवेदनशील गैस पाइपलाइन का नेटवर्क है, जिसे 24 घंटे कड़े सेफ्टी प्रोटोकॉल में रखा जाता है, ताकि गैस पाइपलाइन नेटवर्क सुरक्षित रहे. बोकारो इस्पात संयंत्र के सभी गेट जाम कर दिये जाने की वजह से लगभग 5000 लोग प्लांट में 18 घंटे से अधिक समय से भूखे- प्यासे अंदर फंसे हैं. ऐसी स्थिति में प्लांट के सभी ब्लास्ट फर्नेस के साथ-साथ अन्य प्रमुख उत्पादन इकाइयां जैसे कोक ओवन, सिंटर प्लांट, एसएमएस, हॉट स्ट्रिप मिल भी गुरुवार की रात से ही पूरी तरह से बंद हो गए हैं.
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सेफ्टी प्रोटोकॉल का पालन करने में अब हो रही परेशानी
प्रमुख उत्पादन इकाइयों के बंद होने से संवेदनशील गैस पाइपलाइन के सेफ्टी प्रोटोकॉल को कायम रखने में भी कठिनाई आ रही है, हालांकि भूखे- प्यासे और रात भर जगे होने के बावजूद बीएसएल कर्मी अभी तक यथासंभव सेफ्टी प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित कर रहे है. लेकिन, अब परेशानी हो रही है.
प्लांट और शहर की सेफ्टी पर गंभीर खतरा
बोकारो स्टील प्रबंधन का कहना है कि यदि यही स्थिति आगे भी बनी रहती है तो सेफ्टी प्रोटोकॉल का पालन करना मुश्किल हो जायेगा, जिससे प्लांट और शहर की सेफ्टी पर गंभीर खतरा उत्पन्न होने की भी संभावना है. इस गंभीर स्थिति को देखते हुए प्रबंधन ने जन हित में आंदोलनकरियों से प्लांट गेट से अविलम्ब जाम हटाने की अपील है.
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