कोडरमा. समाहरणालय सभागार में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक डीसी ऋतुराज की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई. बैठक में पूर्व की बैठक में लिए गये निर्णयों पर हुई कार्रवाई की समीक्षा की गयी. डीसी ने हिट एंड रन मामलों में मुआवजा उपलब्ध कराने की प्रक्रिया की जानकारी ली, वहीं डीटीओ को निर्देश दिया कि सड़क दुर्घटनाओं के उपरांत प्राप्त आवेदनों पर त्वरित कार्रवाई कर पीड़ितों या उनके परिजनों को मुआवजा राशि प्रदान करें. डीसी ने कोडरमा घाटी में सड़क सुरक्षा को लेकर सुरक्षा साइनेज लगाने और ब्लैक स्पॉट क्षेत्रों में सुधार के लिए सड़क चौड़ीकरण का निर्देश दिया. साथ ही सड़क दुर्घटना के बाद घायल व्यक्ति को शीघ्र इलाज उपलब्ध कराने के लिए गुड सेमेरिटन कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार के लिए विभिन्न स्थानों पर बैनर और पोस्टर लगाने के निर्देश दिये. वहीं सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति जन-जागरूकता अभियान चलाने की बात कही. इसके अलावा राष्ट्रीय राज मार्ग पर सड़क सुरक्षा के लिए स्ट्रीट लाइट तथा अन्य सुरक्षा साइनेज लगाने के निर्देश दिये. डीसी ने जिले में ऑटो एवं टोटो के रजिस्ट्रेशन के लिए विशेष कैंप लगाने व नियमित रूप से वाहन चेकिंग अभियान चलाने की बात कही. बैठक में एसपी अनुदीप सिंह, एसडीओ रिया सिंह, डीटीओ विजय कुमार सोनी, सभी अंचलाधिकारी व थाना प्रभारी आदि मौजूद थे. मादक पदार्थों की बिक्री रोकने को लेकर होगी सख्ती इधर, डीसी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय नार्को को-आर्डिनेशन समिति की बैठक हुई. बैठक में जिले में मादक पदार्थों की तस्करी, अवैध व्यापार तथा नशीली दवाओं के दुरुपयोग की रोकथाम के कई निर्णय लिये गये. बैठक में जब्त मादक पदार्थों के विनष्टीकरण पर चर्चा हुई. साथ ही नशीली वस्तुओं की पहचान के लिए ड्रग डिटेक्शन किट क्रय की कार्यवाही प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया. किट से समय रहते संदिग्ध पदार्थों की जांच की जा सकेगी. औषधि निरीक्षक को जिले में मेडिकल दुकानों का नियमित निरीक्षण करने तथा प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री में संलिप्त पाये जाने पर संबंधित विक्रेताओं के विरुद्ध निलंबन या लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई करने के निर्देश दिये गये. इसके अलावा युवाओं एवं आमजन के बीच नशा उन्मूलन के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाने पर सहमति बनी. बैठक में डी एडिक्शन सेंटर की स्थापना के लिए प्रस्ताव तैयार कर भेजने का निर्णय लिया गया. बैठक में डीसी ने स्पष्ट कहा कि जिले को नशा मुक्त बनाने के लिए समन्वित प्रयासों को और प्रभावी ढंग से लागू किया जाए. बैठक में एसपी अनुदीप सिंह, एसडीओ रिया सिंह, सामान्य शाखा प्रभारी प्रिंस गोडविन कुजूर, सिविल सर्जन डॉ. अनिल कुमार, जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ. रमन कुमार व अन्य मौजूद थे.
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