कोडरमा बाजार. कोडरमा घाटी में गत 15 जून की रात्रि छपरा निवासी स्वर्ण व्यवसायी दीपक कुमार गुप्ता से 80 लाख रुपये के 808 ग्राम सोना लूट के मामले का पुलिस ने 48 घंटे में खुलासा करने का दावा किया है़ पुलिस ने लूटकांड में शामिल चार अपराधियों समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. उनके पास से लूट के सोने में से करीब 70 लाख रुपये के 673.7 ग्राम सोना बरामद हुआ है. वहीं लूटकांड में प्रयुक्त अर्टिगा कार (बीआर-27यू-9580) और एसयूवी (बीआर-21पी-2902) को बरामद किया गया है. गिरफ्तार अपराधियों में नवादा के रजौली स्थित पुरानी बस स्टैंड निवासी अमन कुमार (पिता-राजेश कुमार चौधरी), सोनू कुमार (पिता-अनिल प्रसाद यादव), नीतीश कुमार (पिता-स्व रामनाथ सिंह), टिंकू कुमार (पिता-स्व कृष्णा सिंह) और मो रजौली निवासी कासिम उर्फ गोरे (पिता-स्व अमीनुद्दीन सत्ती) शामिल हैं. पकड़े गये अपराधियों में टिंकू कुमार पर 20 हजार रुपये लेकर लूट के सोने में से 100 ग्राम सोना काटने का आरोप है. उक्त जानकारी शुक्रवार को आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक अनुदीप सिंह ने दी. एसपी ने बताया कि 15 जून की रात्रि को कोडरमा थाना क्षेत्र के ताराघाटी के समीप सोनार पट्टी थाना टाउन जिला छपरा (बिहार) निवासी स्वर्ण व्यवसायी दीपक गुप्ता (पिता-गोपाल जी प्रसाद) से अपराधियों ने 80 लाख रुपये के 808 ग्राम सोने की लूट की थी. इसे लेकर कोडरमा थाना में कांड संख्या 98/25 दर्ज किया गया. मामले के खुलासे के लिए एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में चार एसआइटी गठित की गयी. एसपी ने बताया कि तकनीकी साक्ष्य के आधार पर पुलिस की चारों स्पेशल टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अपराधियों की धर-पकड़ को लेकर झारखंड और बिहार के विभिन्न ठिकानों पर छापामारी की. इसी दौरान गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने कोडरमा घाटी के रतनपुर मोड़ के पास से भाग रहे संदिग्ध वाहन (बीआर-27यू-9580) को पीछाकर पकड़ा. वाहन में सवार व्यक्तियों से पूछताछ की गयी. इसमें पकड़े गये अमन कुमार, सोनू कुमार, नीतीश कुमार और मो कासिम ने बताया कि उन्होंने ही सोना लूटकांड की घटना को अंजाम दिया था. लूटकांड में शामिल एक अपराधी गुड्डू खान 100 ग्राम सोना लेकर फरार है. उसकी शिनाख्त कर ली गयी है. मौके पर एसपी के अलावा एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह, डीएसपी प्रशिक्षु दिवाकर कुमार, थाना प्रभारी विकास पासवान, एसआइ प्रेम कुमार, अभिमन्यु पड़िहारी, अरुण कुमार सिंह, रोहित सिंह आदि मौजूद थे. लूटेरे पेशेवर अपराधी नहीं, सोना देख आ गया लालच एसपी के अनुसार पकड़े गये आरोपियों में नीतीश कुमार ने बताया कि बीते 15 जून को वह अपने साथियों के साथ भतीजा विक्रम कुमार और भांजा सोनू कुमार उर्फ सौरभ को कोडरमा रेलवे स्टेशन लेने आया था. वापस अपने घर रजौली जाने के क्रम में कोडरमा घाटी में उसका भतीजा उल्टी करने लगा, तो गाड़ी को घाटी में रोक दिया. यहां पहले से ही स्वर्ण व्यवसायी की खराब गाड़ी खड़ी थी. स्वर्ण व्यवसायी को मदद करने के लिए उसके कार तक पहुंचे. इसी बीच भांजा का मोबाइल गिर गया. खोजबीन के क्रम में पता चला कि स्वर्ण व्यवसायी के पास सोने की बिस्किट है. यह देख मन में लालच आ गया. अपने सहयोगी कासिम, सोनू और अमन को इसकी जानकारी देते हुए सोना लूटने की साजिश रची और मारपीट कर सोना लूट लिया. एसपी ने बताया कि पकड़े गये आरोपियों में से सिर्फ गुड्डू खान का आपराधिक रिकॉर्ड है. मो कासिम उप मुख्य पार्षद नगर पंचायत रजौली फिरोज खातून का पुत्र है. घटनास्थल पर गिरा मोबाइल से मिला सुराग: सोना लूटकांड के दौरान आरोपी के भांजा का मोबाइल घटनास्थल पर गिर गया था. अपराधी हड़बड़ी में सोना लूट कर फरार हो गये, जबकि मोबाइल वहीं पड़ा रहा. पुलिस को लूटकांड मामले के उद्भेदन में गिरा मोबाइल तुरुप का पत्ता साबित हुआ.एसपी ने इसे महज संयोग मानते हुए बताया कि मोबाइल के अलावा तकनीकी सेल और पुलिस के आधुनिक अनुसंधान के कारण एक बड़े लूटकांड को 48 घंटे में उद्भेदन करने में सफलता मिली. एसपी ने बताया कि बिहार के नवादा पुलिस का भी भरपूर सहयोग मिला. पुलिस पदाधिकारियों को अवॉर्ड की घोषणा एसपी ने बताया कि एक बड़े लूटकांड के उद्भेदन में एसआइटी के पुलिस पदाधिकारियों और तकनीकी सेल के कर्मियों ने जिस तरह से तत्परता दिखायी, वह प्रशंसनीय है. उन्होंने कहा कि टीम में शामिल पुलिस पदाधिकारियों को दो-दो हजार और कर्मियों को एक-एक हजार का पुरस्कार दिया जायेगा.
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