जयनगर. मरकच्चो थाना क्षेत्र के बेलाडीह गांव में गत बुधवार को हाथी के हमले में सद्दाम अंसारी (30) की मौत के विरोध में आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों ने पोस्टमार्टम के बाद शव के साथ गुरुवार को कोडरमा-कोवाड मुख्य मार्ग को तेतरौन चौक के पास जाम कर दिया. ग्रामीण डीएफओ पर प्राथमिकी दर्ज कराने और मृतक के परिजनों को तत्काल 25 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग कर रहे थे. इस दौरान आक्रोशित लोगों ने वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी की. मृतक के परिजनों को 25 लाख मुआवजा दो.., मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी दो..हाथी को इलाके से खदेड़ो..जैसे नारे लगा रहे थे. मौके पर पहुंचे बीडीओ सह प्रभारी सीओ गौतम कुमार, जयनगर थाना प्रभारी बबलू कुमार सिंह, मरकच्चो थाना प्रभारी नंदकिशोर तिवारी ने परिजनों व आक्रोशित परिजनों को समझाने बुझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण डीएफओ को वार्ता के लिए बुलाने की मांग पर अड़े रहे. ग्रामीणों की मांग पर पहुंचे रेंजर रवींद्र कुमार ने वार्ता के दौरान हाथी को भागने व चार लाख रुपये प्रावधान के मुताबिक शीघ्र दिलाने का आश्वासन दिया, तब जाकर जाम हटा और वाहनों का परिचालन शुरू हुआ. इस दौरान लगभग पांच घंटे तक वाहनों की लंबी कतार लगी रही. मौके पर इब्राहिम अंसारी, बहादुर यादव, सलीम अंसारी, शमसार आलम, अशोक यादव, राजेंद्र दास, सरयू यादव आदि मौजूद थे. बॉक्स::: डीएफओ के खिलाफ थाना में आवेदन इधर, घटना के बाद मृतक की पत्नी मनीषा परवीन ने डीएफओ पर प्राथमिकी दर्ज कराने को लेकर मरकच्चो थाना प्रभारी को आवेदन दिया है. इसमें उसने अपने पति की मौत का दोषी वन विभाग को ठहराया है. उसने वन विभाग को आवेदन देकर मुआवजा तथा परिवार को रहने के लिए सरकारी आवास, राशन, पेंशन आदि देने की मांग की है.
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