कोडरमा. भारत सरकार के गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार जेजे कॉलेज में नागरिकों की सुरक्षा को लेकर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. युद्ध जैसी विपरीत परिस्थिति में आमजन को सुरक्षित रखने की प्रक्रिया को छात्र-छात्राओं को व्यावहारिक रूप में सिखाया गया. यह अभ्यास एनसीसी के सूबेदार चंद्रहाफ, आरके हेंब्रम, मनोज उरांव, सुनील खलको व विकास कुमार के कुशल नेतृत्व में हुआ. मॉक ड्रिल के माध्यम से बताया गया कि युद्ध या हमले के दौरान कैसे खुद को और दूसरों को सुरक्षित रखा जाये, किस प्रकार बंकरों का उपयोग किया जाये और प्राथमिक चिकित्सा कैसे दी जाये. मौके पर प्राचार्य डॉ मिथिलेश उपाध्याय, प्रो इंचार्ज डॉ रवींद्र सिन्हा, लेफ्टिनेंट विजेंद्र कुशवाहा, एलिस मिंज, डॉ संजय कुमार, डॉ निकहत परवीन, प्रो संगीता बारला, प्रो रामस्वरूप यादव, संतोष कुमार, अनिमेष गौतम, डॉ पवन कुमार, डॉ ऋचा तिग्गा, डॉ प्रेमी मोनिका टोपनो, रीतेश माधव, संजय चौधरी, मानवेंद्र सिंह, घनानंद, अमरीश कुमार, आत्मा कुमार, शारदा सिंह, जानकी साव, तिलक यादव, दिलीप मिश्रा, राजेश कुमार, उपेंद्र सिंह, अतुल कुमार, रिंकू कुमार सहित कई छात्र-छात्राएं एवं एनसीसी कैडेट्स मौजूद थे. ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर बांटी मिठाई मॉक ड्रिल के समापन के पश्चात ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने हर्ष व्यक्त किया. पुलवामा, उरी और पहलगाम में हुए आतंकी हमलों का जिस तरह से भारत ने बदला लिया, उससे छात्रों में देशभक्ति और आत्मगौरव की भावना उभर कर सामने आयी. महाविद्यालय परिसर में मिठाइयां बांटी गयी और छात्रों ने भारत माता की जय और वंदे मातरम् के नारे लगाये.
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