कोडरमा. रांची-पटना रोड स्थित कोडरमा घाटी में संचालित मेघातरी बस पड़ाव से चुंगी वसूली को रोकने का आरोप लगाते हुए बंदोबस्ती धारक ने डीडीसी सह जिला परिषद के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी रवि जैन को शुक्रवार को आवेदन दिया है. बस स्टैंड के संवेदक राजकुमार यादव ने आवेदन देते हुए कहा कि शुक्रवार को कोडरमा थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ मेघातरी दिबौर स्थित स्टेंड पहुंचे और शुल्क संग्रह कर रहे लोगों को चुंगी वसूली बंद नहीं करने पर गिरफ्तार कर जेल भेजने की बात कही. थाना प्रभारी ने कहा कि बस पड़ाव बंदोबस्ती का संवेदक लिखित आवेदन देकर सरेंडर कर गया है, जबकि उनके पास सरेंडर से जुड़ा कोई आवेदन नहीं दिया गया है. संवेदक ने आवेदन में हाल में हुई एक मारपीट के मामले में दूसरे पक्ष द्वारा ब्लैकमेलिंग करने का आरोप भी लगाया है. उन्होंने कहा कि थाना प्रभारी ने शुक्रवार की सुबह चार बजे शुल्क संग्रह कार्य पूर्ण रूप से बंद करवा दिया है. थाना प्रभारी की ओर से अब तक 17 दिनों तक शुल्क संग्रह बंद कराया जा चुका है. संवेदक ने डीडीसी से 17 दिनों के शुल्क वसूली का समायोजन करने की मांग की है. इधर, कोडरमा थाना प्रभारी विकास पासवान ने आरोपों से इंकार किया है. उन्होंने बताया कि उनकी ओर से शुल्क संग्रह का कार्य बंद नहीं कराया गया है. नियम संगत जो बंदोबस्ती के शर्त में लिखा है, उसके अनुरूप वसूली का निर्देश दिया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है