कोडरमा. सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा राज्य कमेटी के निर्णय के आलोक में जिलाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार राय के नेतृत्व में संघ ने विधायक डॉ नीरा यादव को मांग पत्र सौंपा. पत्र में चुनाव पूर्व सीएम हेमंत सोरेन द्वारा सरकार बनने के तीन माह के अंदर समान कार्य के समान वेतन देने की घोषणा को याद कराते हुए दी गयी कुछ सुविधाओं की सराहना की गयी. पत्र में मदरसा एवं संस्कृत विद्यालयों में बिना टेट उत्तीर्ण शिक्षकों के पुराने वेतनमान में बहाली को याद दिला कर न्याय करने की बात रखी. मांगें नहीं पूरी होने पर मोर्चा ने पांच सितंबर शिक्षक दिवस पर रांची स्थित मुख्यमंत्री आवास घेरने की घोषणा की है. मांग पत्र में मुख्य रूप से समान कार्य का समान वेतन, 2018 में किये गये पारा शिक्षक पर दर्ज केस वापस लेने, अनुकंपा नियुक्ति शिथिल हो तत्पश्चात परिवार को सहायक अध्यापक पद पर नियुक्त, सेवानिवृत्ति की उम्र 62 वर्ष करने, 1700 सेवा मुक्त सहायक अध्यापक की सेवा वापसी समेत अन्य मांगें रखी गयी. विधायक डॉ नीरा यादव ने कहा कि उनकी सरकार ने वेतनमान देने के लिए नियमावली बनाई थी, सिर्फ कैबिनेट पारित नहीं किया जा सका था. संगठन कुछ तकनीकी सुधार हेतु विरोध करते रहे. कल्याण कोष में 10 करोड़ रुपये पारा शिक्षक सेवानिवृत्ति, मृत्यु दुर्घटना के सहायता के लिए फिक्स कराये गये थे, लेकिन वर्तमान सरकार कुछ भी नहीं दिया. उन्होंने विस में उनकी मांगों को रखने का आश्वासन दिया. जिला अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार राय ने कहा कि सरकार मांगों को पूरा नहीं करती है, तो मॉनसून सत्र में विधानसभा घेराव किया जायेगा. मांग पत्र सौंपनेवालों में सलीम अंसारी, सुभाष सिंह, संजीत भारती, पोखराज साव, कैलाश राम, पंकज सिंह, द्वारिका यादव, संजय साव, मनोज यादव, वीरेंद्र दास, सीता राम कुमार, राजेन्द्र पासवान, गजाधर यादव, छोटू साव, अशोक कुमार, मनोज यादव, रामस्वरूप यादव, शंकर साव, विनोद यादव, अजय यादव सहित दर्जनों शिक्षक मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है