रांची. खेल विभाग में 100 पदों पर सीधी नियुक्ति के नाम पर राज्य के कई लोगों से करीब 10 करोड़ रुपये की ठगी का मामला सामने आया है. मामले में बोकारो के चीरा चास निवासी धीरज कुमार सिंह की शिकायत पर लालपुर थाना में केस दर्ज किया गया है. ठगी का आरोप शेखर कुमार नामक व्यक्ति पर लगा है. शिकायतकर्ता का आरोप है कि शेखर कुमार ने कभी सीजेआइ झारखंड का पीएस, कभी मुख्य सचिव का पीएस, तो कभी खुद को लातेहार का पूर्व एसडीएम बता कर ठगी की. शिकायतकर्ता ने फर्जी नियुक्ति के लिए खेल मंत्रालय के लेटरहेड का दुरुपयोग व फर्जी नियुक्ति पत्र देने का भी आरोप लगाया है.
सिटी एसपी का वीडियो एडिट कर ठगी का प्रयास
रांची. साइबर अपराधियों द्वारा राजधानी में सिटी एसपी राजकुमार मेहता के नाम पर ठगी के प्रयास का मामला सामने आया है. मामले में मोरहाबादी टीओपी के प्रभारी सत्यप्रकाश उपाध्याय की शिकायत पर लालपुर थाना में अज्ञात साइबर अपराधियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. लालपुर थाना प्रभारी रूपेश कुमार सिंह ने जांच शुरू कर दी है. पुलिस आइपी एड्रेस के जरिये आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है. मोरहाबादी टीओपी प्रभारी के अनुसार उन्होंने मंगलवार को अपने फेसबुक पर देखा कि हर्षा साईं हेल्पिंग नाम के फेसबुक आइडी से सिटी एसपी राजकुमार मेहता का एक वीडियो एडिट कर चलाया जा रहा है. वीडियो में एडिट करने वाले के द्वारा यह बोला जा रहा है कि मैं राजकुमार मेहता रांची के लोगों तक यह जानकारी पहुंचाना चाहता हूं कि जिस गरीब भाई और बहन को अभी तक हेल्प नहीं मिला है, वे हेल्प ले सकते हैं. इसका रियल टैक्स 1000 रुपये है. जिस भाई को हेल्प लेना है, वे स्क्रीन पर लगे मोबाइल नंबर पर मुझे सीधे फोन कर सकते हैं. मैं पांच मिनट के अंदर आपके एकाउंट में पैसा डाल दूंगा. पैसा भेजने के पहले मशीन के जरिये एकाउंट को सत्यापित भी किया जाता है. केस में शिकायतकर्ता ने यह दावा किया है कि अगर कोई उक्त दिये गये नंबर पर फोन करता, तो इसकी पूर्ण संभावना थी कि उसे भ्रमित कर ठगा जा सकता था.वर्ल्ड टूर के नाम पर युवती से पांच लाख की ठगी
रांची. वर्ल्ड टूर के नाम पर बड़गाईं निवासी एक युवती से साइबर अपराधियों ने पांच लाख से अधिक की ठगी कर ली. ठगी फोक्स ट्रेवल कंपनी के नाम पर की गयी है. इस संबंध में युवती ने साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. बताया है कि वर्ल्ड टूर की इच्छा जाहिर करने पर ट्रेवल एजेंट ने वाट्सऐप और मेल के माध्यम से संपर्क किया. इसके लिए उससे रुपये ले लिये गये और तीन लोगों का नाम, फोन व आधार नंबर दिया गया. बाद में ट्रेवल कंपनी ने वीजा में समस्या आने की बात कहते हुए माफी मांगी और कहा कि रुपये वापस कर दिये जायेंगे. उसके कुछ देर के बाद जो फोन नंबर दिये गये थे, सभी स्विच ऑफ हो गये. तब समझ में आया कि वह ठगी का शिकार हो चुकी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है