26.7 C
Ranchi

लेटेस्ट वीडियो

Jharkhand Liquor Scam News : दो अफसर व कंपनी प्रतिनिधि गये जेल, चौबे रिम्स में भर्ती

शराब घोटाला मामले में 21 मई को गिरफ्तार तीनों आरोपियों को गुरुवार को एसीबी के विशेष न्यायाधीश योगेश कुमार सिंह की अदालत में पेश किया गया. अदालत ने तीनों को तीन जून तक के लिए न्यायिक हिरासत में होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार भेज दिया.

रांची. राज्य में 38 करोड़ रुपये से अधिक के शराब घोटाला मामले में 21 मई को गिरफ्तार किये गये तीनों आरोपियों को गुरुवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो(एसीबी) के विशेष न्यायाधीश योगेश कुमार सिंह की अदालत में पेश किया गया. आरोपियों में झारखंड स्टेट बिवरेज कॉरपोरेशन लिमिटेड के जीएम(वित्त) सुधीर कुमार दास, पूर्व जीएम(वित्त) सुधीर कुमार और मैन पावर सप्लाई करनेवाली कंपनी मार्शन इनोवेटिव सिक्योरिटी सर्विसेज प्रालि के स्थानीय प्रतिनिधि नीरज कुमार सिंह शामिल हैं. अदालत ने सुनवाई के बाद तीनों को तीन जून तक के लिए न्यायिक हिरासत में होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार भेज दिया. इधर, शराब घोटाला मामले में 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में बिरसा मुंडा कारागार में बंद वरिष्ठ आइएएस विनय चौबे का ब्लड प्रेशर गुरुवार शाम अचानक बढ़ गया. जांच के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया. इस मामले में एसीबी ने 20 मई को आइएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे और संयुक्त उत्पाद आयुक्त गजेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया था.

फिर दोनों अधिकारियों और कंपनी प्रतिनिधि से की गयी पूछताछ

जेल भेजने से पहले एसीबी की टीम ने एक बार फिर जेएसबीसीएल दोनों अधिकारियों और कंपनी के प्रतिनिधि से पूछताछ की. इसके बाद मेडिकल टीम बुलाकर तीनों की स्वास्थ्य जांच भी करायी गयी. पूछताछ में दोनों अधिकारियों ने एसीबी को शराब के कारोबार के संचालन से संबंधित विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी दी. हालांकि, दोनों अधिकारियों ने घोटाले में अपनी संलिप्तता से इंकार किया है. लेकिन, एसीबी ने जांच में पाया है कि ऑपरेशन हेड और जीएम फाइनेंस के पास शराब के कारोबार, मैन पावर सप्लाई करनेवाली कंपनी को पैसे का भुगतान सहित अन्य जिम्मेदारी थी. पूरे मामले में इनकी भूमिका संदिग्ध है. दूसरी ओर नीरज कुमार सिंह ने पूछताछ में कहा कि बैंक गारंटी के फर्जी होने के संबंध में उसे अधिक जानकारी नहीं थी. विभाग द्वारा पत्राचार किये जाने पर उसे बैंक गारंटी के फर्जी होने की जानकारी मिली है.

कंपनियों ने 38 करोड़ से अधिक का नुकसान पहुंचाया

एसीबी की शुरुआती जांच में अब तक शराब कारोबार के लिए मैन पावर सप्लाई करनेवाली कंपनी विजन और मार्शन द्वारा 38,44,84,718 रुपये सरकारी राजस्व का नुकसान होने की पुष्टि हो चुकी है. इसमें विजन कंपनी ने करीब 12,98,18,405 रुपये और मार्शन ने करीब 25,46,66,313 रुपये का नुकसान पहुंचाया है. एसीबी ने इस पूरे मामले में रिकॉर्ड का सत्यापन के लिए जेएसबीसीएल के वरीय लेखापाल नवेंदू शेखर से पूछताछ की है. इनके द्वारा भी आरंभिक पूछताछ के क्रम में एसीबी को कई बिंदु पर जानकारी दी गयी है, जिसके बारे में एसीबी के अधिकारी आगे सत्यापन कर रहे हैं.

विनय चौबे का बीपी बढ़ा, अदलात ने दिया इलाज का निर्देश

शराब घोटाला मामले में 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में बिरसा मुंडा कारागार में बंद वरिष्ठ आइएएस विनय चौबे का ब्लड प्रेशर गुरुवार शाम अचानक बढ़ गया. जांच के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर किया गया. शाम 5:30 बजे उन्हें सेंट्रल इमरजेंसी में लाया गया, जहां उनकी आवश्यक जांच की गयी और कुछ सैंपल लिये गये. इसके बाद मेडिसिन विभाग के डॉ ऋषि तुहीन गुड़िया की देखरेख में उन्हें पेइंग वार्ड में भर्ती कराया गया. बता दें कि विनय चौबे हाई ब्लड प्रेशर और किडनी की समस्या से पीड़ित हैं. इससे पहले अदालत में आइएएस विनय चौबे की ओर से दायर आवेदन पर सुनवाई करने के बाद जेल अधीक्षक को इलाज कराने का निर्देश दिया. अदालत ने आवेदन को स्वीकृत करते हुए प्रार्थी की बीमारी का इलाज विशेषज्ञ डॉक्टर से कराने का निर्देश दिया. उल्लेखनीय है कि प्रार्थी विनय कुमार चौबे ने अदालत में आवेदन दायर कर अपनी बीमारी की जानकारी दी थी. साथ ही इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने का आग्रह किया था.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

संबंधित ख़बरें

Trending News

जरूर पढ़ें

वायरल खबरें

ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snap News Reel