रांची (वरीय संवाददाता). तमिलनाडु के मदुरै शहर में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की 24वीं अखिल भारतीय कांग्रेस महाधिवेशन की शुरुआत हुई. पार्टी कांग्रेस में देश के वामदलों का शीर्ष नेतृत्व मौजूद रहा. इसमें मंच से कार्पोरेट व हिंदुत्व गठजोड़ को परास्त करने का संकल्प लिया गया. पार्टी के वरिष्ठ नेता विमान बोस द्वारा लाल झंडा फहराये जाने और शहीद वेदी पर माल्यार्पण करने के साथ अधिवेशन की शुरुआत की गयी. त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री मानिक सरकार की अध्यक्षता में संपन्न हुए महाधिवेशन के खुले सत्र में पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात द्वारा शोक प्रस्ताव पेश किये जाने के बाद स्वागत समिति के अध्यक्ष के. बालकृष्णन ने स्वागत वक्तव्य रखा. वहीं समन्वयक प्रकाश करात ने पार्टी कांग्रेस के बारे में अपनी बातें रखीं. खुले सत्र को भाकपा महासचिव डी राजा, भाकपा-माले लिबरेशन के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, आरएसपी महासचिव मनोज भट्टाचार्य और फारवर्ड ब्लाक के महासचिव देबराजन ने भी संबोधित किया. पार्टी कांग्रेस में पूरे देश से एक हजार से ज्यादा निर्वाचित प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं. सभी अगले पांच दिनों तक पार्टी को जनता के प्रति पूर्ण रूप से उत्तरदायी और सशक्त बनाने पर गंभीरता के साथ चर्चा करेंगे. मामूं हो कि मदुरै में तीन बार पार्टी महाधिवेशन पहले हो चुका है. यहां से वाम दल के छह बार सांसद हुए हैं. वर्तमान में भी यहां के सांसद सीपीएम से ही हैं.
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