रांची. झारखंड आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका यूनियन (सीटू) की राज्य कमेटी की उच्चस्तरीय बैठक रविवार को सीटू कार्यालय में हुई. इस बैठक में 20 मई की देशव्यापी हड़ताल पर चर्चा की गयी. आंगनबाड़ी सेविका- सहायिकाओं ने भी हड़ताल को समर्थन देने की बात कही. यूनियन के नेताओं ने कहा कि यह हड़ताल केंद्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों एवं मजदूरों का शोषण करने वाले चार श्रम कानूनों के खिलाफ है. अॉल इंडिया फेडरेशन ऑफ आंगनबाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर की राष्ट्रीय अध्यक्ष उषा रानी ने कहा कि इस बार के भी केंद्रीय बजट में समेकित बाल विकास परियोजना की राशि में कटौती कर दी गयी है. इस दौरान यूनियन सदस्यों ने राज्य सरकार से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय की राशि बढ़ाने की मांग की. बताया गया कि केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और औद्योगिक फेडरेशनों के आह्वान पर 20 मई को आयोजित इस देशव्यापी हड़ताल में झारखंड की 80 हजार सेविका-सहायिका भी शामिल होंगी. बैठक को यूनियन की राज्याध्यक्ष मीरा देवी, मीनू, प्रीति, लखन मंडल तथा सीटू राज्य सचिव विश्वजीत देब और कोषाध्यक्ष अनिर्वान बोस ने भी संबोधित किया.
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