प्रतिनिधि, मेसरा.
रैयत विस्थापित संघ ने बीआइटी मेसरा के द्वारा चहारदीवारी निर्माण के विरोध में हेलीपैड मैदान में सर्वदलीय सभा आयोजित की. सभा में मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव ने कहा कि पांच गांवों को मुक्त कराने के लिए निर्णायक उलगुलान करने की आवश्यकता है. अपनी जमीन का कागज के साथ एक प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त से मिलेंगे. विशिष्ट अतिथि पूर्व सांसद रामटहल चौधरी ने कहा कि पहले माटी फिर पार्टी. रैयत अपनी जमीन नहीं छोड़ें. कहा कि वन भूमि का अधिग्रहण कैसे हुआ, यह जांच का विषय है. प्रबंधन गांववालों से मिल-बैठ कर उनकी बात सुने और शांति से समस्या का निराकरण करे. कांके विधायक सुरेश कुमार बैठा ने कहा कि भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 के तहत संस्थान के द्वारा उपयोग नहीं करने पर अधिग्रहित भूमि स्वतः रैयतों को वापस मिल जाता है. कहा कि खाली जमीन को जोत कर फसल लगायें. कहा कि 780 एकड़ में शिक्षण कार्य नहीं किया जा रहा है. इनके अलावे पूर्व विधायक जीतू चरण राम, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अंबेडकर) के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सांड लोहरा, झामुमो कांके प्रखंड अध्यक्ष जावेद अख्तर अंसारी, भाजपा एससी मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष कमलेश राम, जेएलकेएम के केंद्रीय उपाध्यक्ष देवेंद्रनाथ महतो, विस्थापित रैयत संघ के अध्यक्ष करमू मुंडा, मेसरा पूर्वी मुखिया कुशल मुंडा, जिला उपाध्यक्ष जयंती देवी ने भी अपनी बातें रखी. संचालन शिवलाल महतो ने किया.विधायक ने हरी झंडी दिखा जमीन जोतवाया :
विधायक सुरेश बैठा ने सभा के बाद हरी झंडी दिखा कर ट्रैक्टर से जमीन जोतवाया. जिसमें रैयतों ने बीज बोया. ग्रामीणों ने विरोध करने के लिए बीआइटी मोड़ में लगने वाले साप्ताहिक हाट को स्थानांतरित कर हेलीपैड मैदान में लगाया गया. बीआइटी चौक पर स्थानीय दुकानें बंद रहीं.मामला: बीआइटी मेसरा द्वारा चहारदीवारी निर्माण का विरोधB
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