रांची. डायोसिस ऑफ छोटानागपुर यूथ मूवमेंट (डीसीवाइएम) का लीडरशिप डेवलपमेंट कार्यक्रम शुक्रवार को बहूबाजार स्थित एसपीजी वीमेंस टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज के सभागार में हुआ. कार्यक्रम को छोटानागपुर डायसिस के सचिव रेव्ह जोलजस मिंज, संत पॉल्स कॉलेज के प्राचार्य डॉ अनुज तिग्गा सहित अन्य लोगों ने युवाओं को संबोधित किया. रेव्ह जोलजस मिंज ने ””एक प्रभावशाली अगुवा कैसे बनें”” इस पर बात रखी. उन्होंने कहा कि एक अगुवा के अंदर संयम का होना अति आवश्यक है. संयम एक ऐसा हथियार है जिससे बड़ी से बड़ी मुसीबतों पर विजय पाया जा सकता है. एक लीडर के अंदर सुनने की क्षमता होनी चाहिए जिससे वे कोई भी कार्य करने के लिए योजना बना सके. डॉ अनुज तिग्गा ने लीडरशिप कार्यक्रम के उद्देश्य को बताया. उन्होंने कहा कि इस तरह का कार्यक्रम युवाओं के बीच नेतृत्व और आत्मविश्वास बढ़ाने का काम करता है. इससे वे सामाजिक और कलीसियाई कार्यों में अपनी सहभागिता ज्यादा से ज्यादा दे पायेंगे.वहीं जोन तिर्की ने ””मेरी प्राथमिकता”” विषय पर संबोधन दिया. उन्हाेंने कहा कि युवावस्था में हमारी पहली प्राथमिकता शिक्षा होनी चाहिए. हम शिक्षित होंगे तभी अपने समाज को शिक्षित कर पायेंगे. एंथोनी खाखा ने डीसीवाइएम के सभापति, सचिव और कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारियों के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि किस प्रकार से समिति का संचालन किया जाना चाहिए. आज के कार्यक्रम में युवाओं ने विभिन्न गतिविधियों में हिस्सा लिया. इस अवसर पर अमन टोपनो, एंजेल दादेल, निकिता हिंदयार सहित अन्य उपस्थित थे. कार्यक्रम में झारखंड और ओड़िसा से 180 युवाओं ने हिस्सा लिया.
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