रांची. झारखंड विधानसभा के पूर्व उप-सचिव राम सागर के 2006 से 2019 तक के वेतन का सत्यापित ब्योरा एसीबी ने मांगा है. आय से अधिक संपत्ति के एक मामले की जांच के तहत विधानसभा को पत्र भेजकर यह जानकारी मांगी गयी. विधानसभा नियुक्ति घोटाले में किंगपिन विधानसभा नियुक्ति घोटाले में राम सागर को मुख्य साजिशकर्ता माना गया था. 2019 में तत्कालीन स्पीकर दिनेश उरांव ने उन्हें जबरन सेवानिवृत्ति का आदेश दिया था. विक्रमादित्य आयोग ने श्री सागर के खिलाफ साक्ष्य मिलने के बाद उन्हें घोटाले का मुख्य सूत्रधार चिह्नित किया था. विक्रमादित्य आयोग ने तत्कालीन राज्यपाल और वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को इस मामले की रिपोर्ट सौंपी थी. इसके बाद राज्यपाल ने विधानसभा को कार्रवाई करने के निर्देश दिये थे. राम सागर के साथ रवींद्र कुमार सिंह भी रिटायर तत्कालीन स्पीकर दिनेश उरांव ने राम सागर के साथ रवींद्र कुमार सिंह को भी जबरन सेवानिवृत्त किया. श्री सिंह के भी नियुक्ति घोटाले में शामिल होने की बात सामने आयी थी. तत्कालीन स्पीकर दिनेश उरांव ने नियुक्ति घोटाले के आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की थी, जिसके तहत अधिकारियों को जबरन रिटायर किया गया.
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