रांची (प्रमुख संवाददाता). सरकार के निर्देश के अनुरूप विद्यालय का भ्रमण नहीं करने वाले बीआरपी-सीआपी पर कार्रवाई की जायेगी. झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी व जिला शिक्षा अधीक्षक को पत्र लिखा है. जिलों को भेजे गये पत्र में कहा गया है कि फरवरी में 42 प्रखंड साधन सेवी व 341 संकुल साधन सेवी द्वारा शून्य से लेकर पांच विद्यालय तक का निरीक्षण किया गया. जबकि प्रावधान के अनुरूप सीआरपी को प्रतिमाह कम से कम 18 व बीआरपी को 10 विद्यालय का भ्रमण करना है. जिलों को भेजे गये पत्र में कहा गया है कि इनके द्वारा अपने कार्य को प्राथमिकता नहीं दिया जा रहा है. सभी जिलों को ऐसे बीआरपी-सीआरपी का नाम भेजा गया है. जिलों को ऐसे सभी बीआरपी-सीआरपी को कारण बताओ नोटिस जारी करने को कहा गया है, नोटिस का जवाब असंतोषजनक पाये जाने पर नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया है. विभाग द्वारा भेजे गये पत्र में कहा है कि पूर्व में निर्देश दिया गया था अगर विद्यालय के भ्रमण की स्थिति में सुधार नहीं होता है तो कारण बताओ नोटिस जारी कर उन्हें सेवा मुक्त करने की कार्रवाई की जाय. इधर बीआरपी-सीआरपी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष पंकज शुक्ला ने कहा है कि जिन सीआरपी को कारण बताओ नोटिस जारी करने का आदेश दिया गया हे उनमें से अधिकतर की प्रतिनियुक्ति दूसरे संकुल में कर दिया गा है. इसके अलावा लिस्ट में वैसे बीआरपी-सीआरपी का नाम भी शामिल है जिनका निधन हो गया है. उन्होंने कहा कि जिला स्तर से सही जानकारी राज्य परियोजना कार्यालय को नहीं देने के कारण इस प्रकार की गड़बड़ी हो रही है.
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