प्रतिनिधि, पिपरवार.
कोयलांचल के बनहे गांव में वनाधिकार समिति व ग्रामसभा के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को वन भूमि का भौतिक सत्यापन कर सीमांकन किया गया. इस अवसर पर ग्रामीणों ने गांव की चारो सीमाओं पर सरना झंडा लगाये. हालांकि वहां प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित नहीं थे. जबकि टंडवा सीओ व बड़कागांव के वन अधिकारियों के इस कार्यक्रम में उपस्थित होना था. ग्रामीणाें ने बताया कि बनहे गांव की 668.42 हेक्टेयर भूमि पर सामुदायिक वन पट्टा व संसाधनों की सुरक्षा के लिए आवश्यक दस्तावेज तैयार किये जा रहे हैं. इसके लिए सरकार व जिला से प्रशासनिक अधिकारियों को बार-बार निर्देशित किया जा रहा है. ग्रामीणों का आरोप था कि प्रशासनिक अधिकारी केवल कोयला कंपनियों के हितों को प्राथमिकता देते हैं. आम जनता से जुड़े कार्यों को महत्व नहीं देते हैं. अध्यक्षता किचटो पंचायत मुखिया संगीता देवी व संचालन रूपलाल महतो ने किया. मौके पर विकास महतो, रामकृष्ण महतो, प्रेमसुंदर लकड़ा, बालेश्वर उरांव, इंदर महतो, सुधु महतो, अघनु गंझू, पुनवा गंझू, महेश गंझू, राजकुमार गंझू, अंगद महतो, मुंशी टाना भगत, लाया टाना भगत, बीफा टाना भगत, रामसहाय उरांव, आशो देवी, वंशी टाना भगत, अजय गंझू, शैलेंद्र उरांव, सत्येंद्र शर्मा, भोला गंझू व ग्रामीण उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है