रांची.वर्ष 2022 में राज्य में 580 सहायक अभियंताओं को नियुक्त किया गया था, लेकिन उन्हें तीन साल बाद भी ट्रेनिंग नहीं दी जा सकी है. नियुक्ति के बाद उन्हें भवन व सड़क निर्माण से लेकर डिजाइन तैयार करने और क्वालिटी टेस्ट आदि की ट्रेनिंग देनी थी, लेकिन यह नहीं हो पाया और उन्हें काम पर लगा दिया गया है. यानी इंजीनियरिंग की डिग्री पाने के बाद नियुक्ति परीक्षा में भाग लेकर सभी इंजीनियर बहाल हो गये और सीधे काम पर आ गये. इन इंजीनियरों में से कुछ को भवन निर्माण के काम में लगाया गया है, तो कई को सड़कों और पुलों के काम सहित ग्रामीण सड़कों के निर्माण में लगाया गया है. वहीं कई इंजीनियर डिजाइन आदि के कार्य में लग गये हैं.
नियुक्ति के बाद कई इंजीनियरों ने
छोड़ाकाम
वर्ष 2022 में पथ निर्माण कैडर के लिए कुल 637 इंजीनियरों की बहाली हुई थी. इनमें से कई ने योगदान नहीं दिया. वहीं कई इंजीनियर योगदान के बाद भी काम नहीं कर रहे हैं और काम छोड़ कर दूसरी जगहों पर चले गये. ऐसे में विभाग के पास कुल 580 इंजीनियर बचे.
इससे पूर्व बहाल हुए इंजीनियरों को मिली थी ट्रेनिंग
इससे पहले बहाल हुए इंजीनियरों को श्रीकृष्ण लोक प्रशासन संस्थान में ट्रेनिंग की व्यवस्था थी. विशेषज्ञों के माध्यम से उन्हें अलग-अलग विषयों की ट्रेनिंग दिलायी गयी थी. उन्हें योजनाओं को लेकर पीडब्ल्यूडी कोड की भी पूरी जानकारी दी गयी थी. कोड के तहत किस तरह काम करना है, यह भी बताया गया था. इस तरह उन्हें कोड के तहत काम करने से लेकर योजनाओं के क्रियान्वयन के बारे में भी पूरी जानकारी दी गयी थी.
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