रांची. राज्य के बच्चों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा देना सरकार की पहली प्राथमिकता है. इसे लेकर राज्य सरकार द्वारा लगातार कदम उठाये जा रहे हैं. शिक्षा के प्रचार-प्रसार से ही राज्य का पिछड़ापन दूर होगा. आज 25 वर्षों में हमें जहां होना चाहिए, हम उससे पीछे रह गये हैं. उक्त बातें राज्य के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने मंगलवार को झारखंड एकेडमिक काउंसिल सभागार में मैट्रिक परीक्षा 2025 के रिजल्ट प्रकाशन समारोह में कहीं.
80 सीएम उत्कृष्ट विद्यालय खोले गये हैं
शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य में 80 मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय खोले गये हैं. इन स्कूलों को सीबीएसइ से मान्यता दिलायी गयी है. राज्य में प्रखंड स्तर पर 325 मॉडल विद्यालय खोले जायेंगे. नेतरहाट आवासीय विद्यालय की तर्ज पर तीन विद्यालय और खोले जा रहे हैं. इसके भवन निर्माण की प्रक्रिया जारी है. राज्य के बच्चों को पढ़ने के लिए विदेश भेजा जा रहा है. यह योजना जब राज्य में वर्ष 2019 में महागठबंधन की सरकार बनी, तब से शुरू हुई है. यह कार्य अगर राज्य गठन के साथ शुरू होता, तो आज हम काफी आगे रहते. नेतरहाट आवासीय विद्यालय का संचालन और बेहतर कैसे किया जाये, इसे लेकर भी कार्ययोजना बनायी गयी है. इस मौके पर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव उमाशंकर सिंह, झारखंड शिक्षा परियोजना के निदेशक शशि रंजन समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.
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