रांची. राजधानी में जगह-जगह जमीन से काफी नीचे लगे बिजली ट्रांसफार्मर, सड़कों के बीच डिवाइडर पर लगे लोहे के पोल और लैंप पोस्ट के नीचे खुले बाक्स बारिश के दिनों में हादसों को निमंत्रण दे रहे हैं. सोमवार को जब शहर का जायजा लिया गया तो हरमू रोड, कचहरी रोड सहित कई स्थानों पर डिवाइडर पर काफी नीचे से बाक्स से बिजली की नंगी तारें बाहर की ओर निकली हुई थीं. इनमें टेप या अन्य कोई सुरक्षा उपाय नहीं किये गये थे. ऐसे में बारिश के दौरान अगर रिटर्निंग करंट पोल में आता है तो कोई भी इसकी चपेट में आ सकता है. इसके अलावा, यदि कभी शॉर्ट सर्किट हो जाये तो इनमें आग लगने का खतरा बना रहता है, जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. ऐसा नहीं है कि बिजली कंपनी और नगर निगम के जिम्मेदार अफसरों को इसकी जानकारी नहीं है. सूचना के बाद भी इन्हें ठीक करने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
हर जगह है हादसों का खतरा, वार्निंग बोर्ड तक नहीं
रांची के कचहरी चौक, जयपाल सिंह स्टेडियम, वेंडर्स मार्केट समेत विभिन्न इलाकों में ट्रांसफार्मर के नीचे कारोबार हो रहा है. इससे एक ओर जहां दुकानदारों पर खतरा है, वहीं दूसरी ओर खरीदारी करने आने वाले कस्टमर्स के साथ कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. आलम यह है कि ट्रांसफार्मर के पास न घेराबंदी है और न नोटिस बोर्ड ही, जिससे लोग ट्रांसफार्मर के करीब न जायें. पहले खुली तारों के पास खतरे का डेंजर बोर्ड लगा होता था, जिससे लोगों को दूर से ही पता चल जाता था. वहीं, आस-पास में कंटीले तार भी लगाये जाते थे ताकि लोग वहां तक न पहुंचें. लेकिन ट्रांसफार्मर या बिजली के खंभों के पास ऐसा कोई इंतजाम दिखाई नहीं दे रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है