रांची (वरीय संवाददाता). विश्व पर्यावरण दिवस से पहले शनिवार से झारखंड जैव विविधता बोर्ड ने एक राज्यव्यापी पहल की शुरुआत की है. इसमें जैव विविधता प्रबंधन समिति (बीएमसी) प्लास्टिक अधिकता वाले क्षेत्रों की पहचान कर उनकी सफाई करेगी. यह पहल 2025 के विश्व पर्यावरण दिवस की थीम-वैश्विक स्तर पर प्लास्टिक प्रदूषण का अंत को लेकर किया गया है.
एक महीने तक चलने वाले इस अभियान में शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया है. पहले चरण में रांची, चतरा, पलामू, गिरिडीह और हजारीबाग जिलों की 50 पंचायतों के बीएमसी को उनके क्षेत्रों में प्लास्टिक कचरे का सर्वेक्षण और सफाई करने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है. यह समितियां सार्वजनिक स्थानों, जंगल क्षेत्रों और जैव विविधता-संवेदनशील स्थानों में प्लास्टिक कचरे की पहचान करेंगी. एकत्र किए गए प्लास्टिक कचरे का रिसाइकलिंग कराया जायेगा.प्लास्टिक कचरे को कम करना उद्देश्य है : संजीव
झारखंड जैव विविधता बोर्ड के प्रधान मुख्य वन संरक्षक-सह-सदस्य सचिव और मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजीव कुमार ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य प्लास्टिक कचरे को कम करना, समुदाय को जागरूक करना है. यह सिर्फ सफाई का अभियान नहीं है, बल्कि सिंगल-यूज़ प्लास्टिक से होने वाले पारिस्थितिक नुकसान को लेकर जागरूकता फैलाने का भी प्रयास है. इसको लेकर कई गांवों में शैक्षिक सत्र, नुक्कड़ नाटक, कला और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं तथा जन जागरूकता रैलियां आयोजित की जा रही हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है