रांची (प्रमुख संवाददाता). झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में मंगलवार को गिरिडीह के घोड़थंबा में होली के दिन हुई घटना को लेकर हंगामा हुआ. सदन की कार्रवाई शुरू होते ही भाजपा विधायक वेल में आ गये. राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. साथ ही सरकार व प्रशासन पर इस मामले को द्विपक्षीय बना कर कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए कानून व्यवस्था पर विशेष चर्चा कराने की मांग की. हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो ने दिन के 11.21 बजे सदन की कार्रवाई को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी. नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि गिरिडीह के घोड़थंबा में हुई घटना सुनियोजित तरीके से घटित हुई है. कहा कि होली के दौरान रंग-अबीर खेलने पर पहले पुलिस प्रशासन ने हिंदुओं को रोका. इसके बाद इन पर पत्थरों, पेट्रोल बम से हमला किया गया. इस दौरान पुलिस मूकदर्शक रही. इसके बाद पुलिस ने दोनों समुदाय के 11-11 लोगों को गिरफ्तारी किया. पुलिस प्रशासन इस मामले को जबरदस्ती द्विपक्षीय बना रहा है. रात में घरों में घुस कर गिरफ्तारी की जा रही है. इससे कानून व्यवस्था बिगड़ रही है. आने वाले दिनों में सरहुल, ईद व रामनवमी जैसे त्योहार हैं. ऐसे में विधानसभा में कानून व्यवस्था पर विशेष चर्चा की जाये. प्रदीप यादव ने कहा कि एकरा मस्जिद के मुसलमानों और महावीर मंडल के हिन्दुओं की तारीफ होनी चाहिए. इन लोगों ने एक साथ होली खेल कर एकता का संदेश दिया है. हंगामा कर रहे भाजपा के विधायकों पर इशारा करते हुए कहा कि ये लोग हिंदू और मुसलमान की राजनीति कर माहौल खराब करते हैं. मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने घटना का एकपक्षीय चित्रण किया है. प्रशासन ने संयम का परिचय देते हुए माहौल बिगड़ने से रोका. नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी की ओर से कानून व्यवस्था पर विशेष चर्चा की मांग को ठुकराते हुए संसदीय कार्यमंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि चलते सत्र में गृह विभाग की अनुदान मांग आयेगी. इसमें चर्चा संभव है. इस प्रकार की घटना को लेकर राजनीति करना अच्छी बात नहीं है.
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