वरीय संवाददाता, रांची. सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) ने सीएसआर के तहत नन्हा सा दिल कार्यक्रम शुरू किया है. इस कार्यक्रम के तहत सीसीएल का सुसज्जित मोबाइल वैन गांव-गांव में जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित (सीएचडी) बच्चों का नि:शुल्क स्क्रीनिंग करेगा. 45 हजार बच्चों को इसका लाभ दिया जायेगा. बच्चों का इलाज पूरी तरह से नि:शुल्क होगा. इलाज के बाद तीन बार मरीज के साथ परिजनों को चेकअप के लिए हॉस्पिटल आने-जाने तक का खर्च सीसीएल द्वारा वहन किया जायेगा. शुक्रवार को इसकी शुरुआत करते हुए सीसीएल के सीएमडी एनके सिंह ने कहा कि हर बच्चे को स्वस्थ दिल के साथ जीवन शुरू करने का अधिकार है. सीसीएल परिवार जन्मजात हृदय रोग के प्रति जागरूकता और उपचार के लिए सदैव प्रतिबद्ध है. इसी दिशा में यह एक पहल है. मौके पर रामगढ़ जिला के सात महीने के बच्चे अभिराज महतो और आठ वर्षीय बच्ची बिंदिया कुमारी की स्क्रीनिंग की गयी. आठ जिलों में चलेगा कार्यक्रम : झारखंड के पांच जिलों लातेहार, हजारीबाग, रामगढ़, गिरिडीह और पलामू जिले में जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित बच्चों की जांच की जायेगी और उनका इलाज किया जायेगा. 2024 में कोल इंडिया ने इसी परियोजना की शुरुआत तीन जिलों चतरा, रांची और बोकारो में की थी. जहां अब तक 300 सफल सर्जरी की जा चुकी है. 65,000 बच्चों की स्क्रीनिंग पूरी हो चुकी है. इस परियोजना का विस्तार करते हुए इसे सीसीएल ने सभी आठ परिचालन जिलों तक पहुंचाया है. यह कार्यक्रम दो साल चलेगा. इस पर करीब 9.54 करोड़ रुपये की लागत आने की उम्मीद है. करीब 45,000 बच्चों की जांच सरकारी स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों और सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में की जायेगी. 1500 बच्चों को इको और एडवांस टेस्ट के लिए शॉर्टलिस्ट किया जायेगा. 500 बच्चों को एसएसएसएचइटी के रायपुर या अन्य तीन ट्रस्ट अस्पतालों में सर्जरी के लिए भेजा जायेगा. मौके पर निदेशक एचआर एचएन मिश्र ने वैन को रवाना किया.
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