रांची. रिम्स में आनेवाले मरीजों के लिए सावन की पहली सोमवारी शुभ रही. मरीजों का हित देखते हुए रिम्स प्रबंधन ने सोमवार से ‘सेंट्रल लैब’ और ‘डेंटल ओटी’ की सेवाएं शुरू कर दीं. दोपहर 3:30 बजे रिम्स निदेशक डॉ राजकुमार की मौजूदगी में इन सेवाओं की शुरुआत हुई. पहले ही दिन सेंट्रल लैब में 200 से अधिक मरीजों की जांच की गयी. वहीं, डेंटल ओटी को मंगलवार से सर्जरी के लिए तैयार कर लिया गया है. रिम्स निदेशक ने यह स्पष्ट किया है कि यह उद्घाटन नहीं है. इन सेवाओं का विधिवत उद्घाटन मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से कराया जायेगा. अगर अभी समय नहीं मिला, तो क्षेत्रीय नेत्र संस्थान के उद्घाटन के साथ ही सभी सेवाओं का एक साथ उद्घाटन कराया जायेगा.
सेवाओं के शुभारंभ के बाद निदेशक ने कहा कि करीब 12,000 स्क्वायर फीट में डेंटल ओटी विंग को तैयार किया गया है. ऑपरेशन थियेटर में दो टेबल लगे हैं, जिससे एक साथ दो मरीजों की सर्जरी हो सकती है. इसके अलावा एक एनिस्थिसिया मशीन लगायी गयी है. ऑपरेशन के बाद मरीजों की रिकवरी के लिए पांच बेड स्थापित किया गया है. वहीं, 12 बेड का पुरुष और 12 बेड का महिला वार्ड बनाया गया है. एक बेड संक्रमित मरीजों के लिए अलग रखा गया है. इसके अलावा माइजर ओटी भी है. यानी एक मैक्सिलोफेशियल सर्जरी के विभाग की अब शुरुआत हो गयी है. भविष्य में ओरल कैंसर और थायराइड की सर्जरी की होगी. अब मैक्सिलोफेशियल सर्जन की ड्यूटी नियमित लगेगी. डेंटल इमरजेंसी सेवाएं भी शीघ्र शुरू की जायेगी.भर्ती मरीजों के लिए चार और ओपीडी के छह काउंटर, 24 घंटे मिलेगी सुविधा
सेंटल लैब में यूरीन और ब्लड की जांच सोमवार से शुरू हो गयी है. पहले दिन जांच शुरू होने से मरीजों काफी हद सहुलियत मिलनी शुरू हो गयी है. मरीजों को अब विभिन्न विभाग में सैंपल देने नहीं जाना पड़ रहा है. निदेशक ने कहा कि हिमेटोएनलाइजर और बायोकेमेस्ट्री एनलाइजर मशीन स्थापित कर दी गयी है. रीएजेंट(जांच केमिकल) की व्यवस्था भी कर ली गयी है. इससे यहां लिवर व किडनी फंक्शन, थायराइड फंक्शन, लीपिड प्रोफाइल सहित सभी प्रकार की जांच होगी. वार्ड में भर्ती मरीजों के लिए जांच काउंटर बनाये गये है. सुबह 11 बजे तक सभी वार्ड से मरीजों के खून संग्रहित कर जांच के लिए सेंट्रल लैब में आ जायेंगे. दो से चार बजे के बीच में रिपोर्ट भी उपलब्ध कराया जायेगा. लेबोरेट्री इंफार्मेशन सिस्टम के शुरू होने से डॉक्टरों को उनके ह्वाट्सऐप से उपलब्ध करा देंगे. वहीं, ओपीडी में परामर्श लेने के बाद जांच कराने वाले मरीजों के लिए छह काउंटर स्थापित किये गये है. वहां रसीद कटेगी और रिपोर्ट भी उसी जगह से उपलब्ध करा दिया जायेगा. जहां सैंपल लिया जायेगा, वहां एक बेड भी लगाया गया है, जिससे अगर मरीज को कोई दिक्कत होती है तो वह आराम भी कर सकता है. डॉक्टरों की ड्यूटी रोस्टर 24 घंटे के हिसाब से तैयार किया जायेगा. मौके पर डीन डॉ शशिबाला सिंह, अधीक्षक डॉ हिरेंद्र बिरुआ, डॉ शैलेश त्रिपाठी, डॉ राजीव रंजन, डॉ अनुपा प्रसाद, डॉ शिव प्रिये, डेंटल कॉलेज के प्राचार्य डॉ जयप्रकाश सहित कई डॉक्टर मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है