रांची. शराब घोटाला मामले में एसीबी ने गुरुवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से कारोबारी सिद्धार्थ सिंघानिया को गिरफ्तार कर लिया. सिद्धार्थ शराब सिंडिकेट का किंगपिन बताया जा रहा है. गिरफ्तारी के बाद उसे एसीबी टीम ने रायपुर कोर्ट में पेश किया. वहां से अब ट्रांजिट रिमांड पर रांची लाया जा रहा है. यहां लाने के बाद शुक्रवार को एसीबी की विशेष कोर्ट में पेश किया जा सकता है. उसके खिलाफ 12 जून को एसीबी ने विशेष कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट हासिल किया था.
पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हुए थे, न कोई जवाब दिया था
कारोबारी सिद्धार्थ सिंघानिया को पूर्व में एजेंसी ने पूछताछ के लिए हाजिर होने का समन भेजा था. दूसरी ओर तय तारीख पर वह न तो उपस्थित हुए थे और न ही कोई जवाब दिया था. सिद्धार्थ ने सिंडिकेट से जुड़ी मैन पावर सप्लाई करनेवाली कंपनियों के पक्ष में टेंडर के शर्त निर्धारण में अहम भूमिका निभायी थी. यही वजह थी कि शर्त में दो साल का कार्य अनुभव और तीन वर्षों तक 50 करोड़ का टर्नओवर रखा गया था. इस कारण कई कंपनियों को झारखंड में मैनपावर का काम मिला था.
एसीबी के हाथ लगे कई तथ्य, होगी पूछताछ
इस मामले से जुड़े कई तथ्य एसीबी के हाथ लगे हैं. सूत्र बताते हैं कि सिंघानिया ने शराब सप्लाई करनेवाली कंपनियों में भी अपनी हिस्सेदारी तय कर रखी थी. एसीबी मिले तथ्यों के आधार पर सिद्धार्थ को रिमांड पर लेकर उससे आगे पूछताछ करेगी. मामले में अब तक एसीबी पूर्व उत्पाद सचिव विनय चौबे, पूर्व उत्पाद आयुक्त अमित प्रकाश, संयुक्त उत्पाद आयुक्त गजेंद्र सिंह, सुधीर कुमार, सुधीर कुमार दास और नीरज कुमार सिंह सहित सात लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.
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