रांची. राज्य में गैर सरकारी सहायता प्राप्त वित्त सहित अल्पसंख्यक माध्यमिक, मदरसा व संस्कृत स्कूल के 45 हजार बच्चों को नि:शुल्क किताब व कॉपी दी जायेगी. इसका लाभ कक्षा नौवीं और 10वीं के बच्चों को मिलेगा. राज्य में अब तक केवल सरकारी स्कूल के बच्चों को ही किताब और कॉपी मिलती थी. इसे लेकर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने दिशा-निर्देश जारी कर दिया है. किताब और कॉपी देने के लिए आवश्यक प्रक्रिया शुरू करने के लिए कहा गया है.
बच्चों को अगस्त तक मिल पायेगी किताब और कॉपी
झारखंड शिक्षा परियोजना द्वारा किताब छपाई को लेकर जल्द दिशानिर्देश जारी किया जायेगा. बच्चों को अगस्त तक किताब और कॉपी मिलने की संभावना है. कॉपी के लिए प्रति विद्यार्थी 300 रुपये और किताब के लिए प्रति विद्यार्थी 902 रुपये खर्च खर्च किये जायेंगे. बच्चों को पांच विषयों की किताबें दी जायेंगी, जबकि एक विद्यार्थी को 10 कॉपी दी जायेगी. राज्य में काफी दिनों से इसकी मांग ही जा रही थी.
राज्य सरकार द्वारा दी जाती है शत-प्रतिशत राशि
राज्य में कक्षा एक से बच्चों को नि:शुल्क किताबें दी जाती हैं. कक्षा आठ तक के लिए किताब की राशि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा संयुक्त रूप से दी जाती है. वहीं कॉपी के लिए राज्य सरकार शत-प्रतिशत राशि देती है. कक्षा नौवीं से किताब की भी शत-प्रतिशत राशि राज्य सरकार द्वारा दी जाती है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है