रांची. झारखंड बांग्लाभाषी उन्नयन समिति का प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार से मिला. इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा. जिसमें डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (डीएसपीएमयू) का नाम नहीं बदलने की मांग की गयी है. साथ ही झारखंड राज्य में प्राथमिक से लेकर स्नातकोत्तर स्तर तक बांग्ला भाषा की शिक्षा को सुदृढ़ करने के लिए बांग्ला माध्यम की पाठ्य पुस्तकों की छपाई और शीघ्र वितरण करने की भी मांग की गयी है.
नाम को बनाये रखने पर जोर
राज्यपाल को सौंपे गये ज्ञापन में सदस्यों ने कहा है कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी न केवल एक प्रखर राष्ट्रवादी नेता थे, बल्कि उन्होंने झारखंड में कई शिक्षा संस्थानों की नींव रखकर क्षेत्र के शैक्षिक विकास में अहम भूमिका निभायी थी. प्रतिनिधिमंडल ने आग्रह किया कि डॉ मुखर्जी के योगदान को ध्यान में रखते हुए उनके नाम को अक्षुण्ण रखा जाये.
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