रांची. रिम्स-2 का निर्माण स्थल बदल गया है. अब इसका निर्माण कांके-पतरातू रोड में होगा. यह स्थान नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (एनएलयू) के बगल में नगड़ी में है. पतरातू रोड के पूर्व और पश्चिम में यह जमीन पड़ती है. यहां पहले ट्रिपल आइटी का निर्माण होना था, लेकिन स्थानीय लोगों के विरोध के कारण निर्माण नहीं हो पाया था. करीब 207 एकड़ जमीन पर रिम्स टू का निर्माण प्रस्तावित है. यहीं आवासीय परिसर का निर्माण भी कराया जायेगा. यह जमीन पहले बीएयू के अधीन थी. यहां पिलर गाड़ने का काम शुरू हो गया है. प्रस्तावित स्थल के आसपास पुलिस की बैरीकेडिंग करायी गयी है. अस्थायी पुलिस पिकेट भी बना दिया गया है.
पहले सुकुरहुटू में था प्रस्तावित
रिम्स-2 पहले सुकरहुटू में प्रस्तावित था. इसके लिए स्वास्थ्य मंत्री सहित अधिकारियों के दल ने स्थल निरीक्षण भी किया था. इसे फाइनल कर लिया गया था. लेकिन इस जमीन पर बीएयू ने दावा कर दिया था. बीएयू का यहां रिसर्च फॉर्म है. इस जमीन पर रिनपास भी दावा करता रहा है. इसकी जांच भी स्वास्थ्य विभाग ने करायी थी.
100 सीटों पर एमबीबीएस की होगी पढ़ाई
रिम्स-2 में 100 यूजी और 50 पीजी सीटों पर पढ़ाई होगी. 200 से 250 बेड सुपर स्पेशियलिटी की होगी. कार्डियक, न्यूरो, नियोनेटल और नेफ्रो के मरीजों का विशेष इलाज होगा. इसके अतिरिक्त अन्य मरीजों का भी इलाज होगा. इससे रिम्स का भार कम होगा. इस पर 1074 करोड़ रुपये का खर्च प्रस्तावित है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है