रांची (वरीय संवाददाता). नगर विकास व उच्च शिक्षा मंत्री सुदीव्य कुमार ने कहा कि विपक्षी गोवंश हत्या पर प्रतिबंध की बात कह रहे हैं. यहां कड़ाई से लागू करने की मांग कर रहे हैं. हम चाहते हैं कि पूरे देश में गोवंश हत्या पर प्रतिबंध हो. झामुमो इसमें केंद्र सरकार का साथ देगी. प्रधानमंत्री से विपक्षी सदस्यों को आग्रह करना चाहिए.
विभागों के अनुदान मांग पर चर्चा के बाद सरकार का पक्ष रखते हुए श्री कुमार ने कहा कि यह सही है कि राजधानी राज्य का आइना होता है. हम दुरुस्त करने में लगे हैं. लेकिन, 25 साल के राज्य में 17 साल अभी विपक्ष में बैठे लोगों का शासन रहा है. उस समय पर राजधानी इनको पेरिस लग रहा था. अब यह रांची लगने लगा है. विपक्षी यह भूल गये हैं कि मैनहर्ट को किसने लाया था. इसने किसको-किसको हर्ट किया. सरकार के जवाब के बाद सदन ने ध्वनिमत से मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग (मंत्रिमंडल सचिवालय एवं समन्वय प्रभाग) की 92 करोड़ 37 लाख 42 हजार रुपये की अनुदान मांग पारित किया. सदन ने गिलोटिन के माध्यम से बचे हुए सभी विभाग का बजट भी पारित कर दिया. सरकार द्वारा पेश झारखंड विनियोग विधेयक (संख्या-2)-2025 को भी पारित कर दिया.ईमानदारी से 27 फीसदी आरक्षण का प्रस्ताव केंद्र को भेजा
मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण का प्रस्ताव ईमानदारी से केंद्र को भेजा है. इसमें कोई बाधा नहीं आये, इस कारण केंद्र से अनुमति चाहते हैं. हम चाहते हैं कि इसमें विपक्षी सदस्य सहयोग करें. साथ में राष्ट्रपति के पास चलें. मंत्री ने कहा कि विपक्ष राजधानी में 44000 लाइट लगाने की बात कह रहे हैं. हमलोगों ने जांच करायी तो 18 हजार लाइट का कहीं पता ही नहीं चला.सड़क की ओपेन हर्ट सर्जरी कर दी, राजधानी के विकास के लिए प्राधिकरण बनना चाहिए
कटौती प्रस्ताव पेश करते हुए नवीन जायसवाल ने कहा कि शहर वर्तमान सरकार की प्राथमिकता में नहीं है. दो साल से निकाय चुनाव नहीं हुआ है. राजधानी में सड़क की स्थिति बदतर हो गयी है. सड़कों को बीच से ओपेन हर्ट सर्जरी की तरह चीर दिया गया है. रघुवर दास की सरकार में हरेक वार्ड के विकास के लिए 10-10 करोड़ की योजना थी. लाइट हाउस के लोगों का म्यूटेशन नहीं हो रहा है. सरकार को कैंप लगाकर म्यूटेशन कराना चाहिए. सीपी सिंह ने प्रस्ताव का समर्थन करते हुए कहा कि झारखंड की जनता ने बबुआ सरकार को जनादेश दिया है. सरकार सत्ता के नशे में चूर है. विपक्ष की अच्छी बातें भी ठीक नहीं लगती हैं. रवींद्र भवन अब तक नहीं बना. बिरसा मुंडा स्मृति पार्क का व्यावसायिकरण कर दिया गया है. कुरैश पंचायत के लोगों ने ही शिकायत की है कि गुदड़ी में गोहत्या हो रही है. इस पर रोक लगनी चाहिए. सरकार को राजधानी के विकास के प्राधिकरण बनाना चाहिए. राज सिन्हा ने कहा कि धनबाद में कई सड़क एसीबी जांच के नाम पर वर्षों से लंबित है. इसको चालू करा दिया जाये. निर्मल महतो ने रजरप्पा महोत्सव भी शुरू करने व पतरातू में रोपवे और ग्लास ब्रिज निर्माण की मांग की. जनार्दन पासवान ने चतरा में स्थित महादेव मठ को विकसित करने की मांग की. प्रस्ताव का समर्थन सरयू राय ने भी किया.जब दलित को आरक्षण नहीं मिला तो, इडब्ल्यूएस को कैसे
कटौती प्रस्ताव का विरोध करते हुए प्रदीप यादव ने कहा कि वर्तमान सरकार में जनकल्याण के कई कार्य हुए हैं. पुरानी सरकार की गुत्थियों को सुलझाने में सरकार लगी हुई है. इसके बावजूद सरकार को कई मुद्दों पर सोचना होगा. चौकीदार बहाली में बैकलॉग बोलकर दलित को आरक्षण नहीं मिला. लेकिन, इडब्ल्यूएस को आरक्षण दिया गया. यह कैसे हुआ, सरकार को बताना चाहिए. अनुबंध पर भी बिना पैसे के बहाली नहीं हो रही है. उपायुक्तों का व्यवहार जन प्रतिनिधियों को लेकर ठीक नहीं है. उनको प्रोटोकॉल की जानकारी नहीं है. विधायक के जाने पर भी टांग पसारकर बैठे रहते हैं.राजधानी में लगायी गयी स्ट्रीट लाइट बड़ा स्कैम
विकास मुंडा ने चर्चा में कहा कि राजधानी में जिस कंपनी ने स्ट्रीट लाइट लगायी थी, वह बड़ा स्कैम है. इसकी जांच होनी चाहिए. जनता के पैसे की बंदरबांट हुई है. राज्य में ट्राइबल टूरिज्म कोरिडोर की स्थापना की जा रही है. यह अच्छा प्रयास है. पश्चिम बंगाल और ओडिशा की तर्ज पर यूनिवर्सिटी ऑफ आर्ट एंड कल्चर की स्थापना झारखंड में होनी चाहिए. इससे यहां की कला-संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा. अरुप चटर्जी ने धनबाद में एयरपोर्ट बनाने की मांग की. भूषण बाड़ा ने कहा कि सरकार ने खेल नीति बनाकर अच्छा काम किया है. भूषण तिर्की ने कहा कि दूसरे राज्यों में झारखंड के जितने भी आदिवासी रह रहे हैं, उनको ढूंढकर लाया जाये. चर्चा में निरल पूर्ति और सुरेश पासवान ने भी हिस्सा लिया.नया और अकेला देखकर डिस्टर्ब नहीं करें
जयराम महतो चर्चा के दौरान गीत गाकर सुनाना चाहते थे. इस पर अध्यक्ष ने कहा कि सदन में गीत नहीं गाया जाता है. गीत गाकर बात रखने का विरोध डॉ इरफान अंसारी ने भी किया. वह खड़े हुए तो जयराम महतो ने कहा कि यहां दूसरे लोग शायरी और कविता कहते हैं. हम नया हैं. सीखेंगे कैसे? संसदीय कार्य मंत्री सुदीव्य कुमार ने कहा कि विधायक को सामान्य शिष्टाचार समझना चाहिए. इस पर डॉ अंसारी भी कुछ बोल रहे थे. इसके बाद श्री महतो ने कहा कि नया और अकेला देखकर डिस्टर्ब नहीं कीजिए. श्री महतो ने अच्छे खिलाड़ियों को दूसरे राज्यों की सिपाही से ऊपर के पदों पर नौकरी देने की मांग की. कला और संस्कृति के माध्यम से झारखंड आंदोलन में सक्रिय रहने वाले लोगों को भी प्रोत्साहन राशि देने की मांग सरकार से की.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है