प्रतिनिधि,
इटकी
. प्रखंड मुख्यालय के समीप स्थित ट्रांसफाॅर्मर रिपेयरिंग वर्कशॉप (टीआरडब्ल्यू) से खेतों में बहाये जा रहे वेस्टेज तेल ने दर्जनों किसानों की आजीविका पर संकट खड़ा कर दिया है. दो वर्षों से खेतों में धान की खेती पूरी तरह नष्ट हो रही है. इससे परेशान किसानों ने भाजपा नेता राजकुमार तिर्की के नेतृत्व में मंगलवार को इटकी बीडीओ प्रवीण कुमार को ज्ञापन सौंपते हुए फसल बर्बादी का मुआवजा और तेल बहाव पर रोक लगाने की मांग की है. किसानों ने बताया कि विद्युत विभाग के वर्कशॉप में ट्रांसफाॅर्मर की मरम्मत के दौरान निकलने वाले बेकार तेल को सीधे आसपास के खेतों में बहा दिया जा रहा है. यह तेल खेतों में फैलकर एक खेत से दूसरे खेतों तक पहुंच गया है. तेल से खेत की उपजाऊ मिट्टी और घास-फूस पूरी तरह जल चुके हैं. जिसकी वजह से किसान धान की रोपाई तक नहीं कर पा रहे हैं. किसान ऊषा किरण केरकेट्टा ने बताया कि तेल बहाव के कारण जमीन खेती के अनुकूल नहीं बची है. खेतीबारी नहीं होने से हम लोगों को जीवन-यापन में भी परेशानी हो रही है. इधर भाजपा नेता राजकुमार तिर्की ने कहा कि तेल बहाव ने दर्जनों किसानों के खेती को प्रभावित किया है. उन्होंने समय रहते विभाग किसानों के खेतों में तेल बहाव को जल्द बंद करे और मुआवजा दे, नहीं तो वर्कशॉप में अनिश्चितकालीन तालाबंदी कर आंदोलन की चेतावनी दी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है