रांची. राजधानी में कुछ दिनों में मॉनसून का प्रवेश होनेवाला है. इस दौरान पूरे राज्य में जोरदार बारिश होती है, जिससे कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. इससे सड़क और नाली का भेद खत्म हो जाता है. जलजमाव में यह पता ही नहीं चलता है कि कहां पर सड़क है और कहां पर नाली. इसे देखते हुए नगर निगम ने शहर के 20 नालों को खतरनाक करार दिया है. साथ ही सुपरवाइजरों को निर्देश दिया है कि चिह्नित नालों की घेराबंदी करें और साइन बोर्ड लगायें. जलजमाव के दौरान लोगों को यह पता चल सके कि आगे खतरनाक नाला है.
इन नालों को खतरनाक किया घोषित
हातमा सरईटांड़, वार्ड नंबर दो का श्याम नगर, सरना टोली नियर रजिस्ट्री ऑफिस, दिव्यायन मोड़ से कुसुम विहार रोड नंबर नौ तक, खोरहा टोली पुल नाला, जोड़ा तालाब रोड का नाला, हनुमान नगर डिसलरी पुल नाला फ्रेंडस कॉलोनी, पुरुलिया रोड संत अन्ना स्कूल मोड़ से न्यू बड़ी टोली मोड़ तक, लाइन टैंक तालाब के समीप, धोबी घाट वर्द्धमान कंपाउंड, नसीरुद्दीन कॉलोनी नेजाम नगर, गुलमोहर स्ट्रीट से सेंट्रल स्ट्रीट तक, शिवाजी लेन, पंचशील नगर व सेक्टर टू गोल चक्कर नाला.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है